कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग (EC) अब भाजपा का बैक ऑफिस बन गया है? खड़गे ने आरोप लगाया कि EC ने अब वोटर फ्रॉड मामले से जुड़ी जानकारी देना भी बंद कर दिया है। खड़गे ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- मई 2023 विधानसभा चुनाव से पहले अलंद विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में मतदाता सूची से नाम हटाए गए थे। इसको लेकर जांच की जा रही है। चुनाव आयोग ने शुरुआत में कुछ दस्तावेज जरूर दिए, लेकिन अब अहम सबूत देने से इनकार कर रहा है, जिससे असली गुनहगारों को बचाया जा सके। इधर, चुनाव आयोग ने अब तक खड़गे के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि पहले EC कांग्रेस के वोट चोरी के दावों को बेबुनियाद करार दे चुका है। खड़गे बोले- EC ने भाजपा के दबाव में जानकारी रोकी खड़गे ने X पर लिखा कि मई 2023 विधानसभा चुनाव से पहले अलंद विधानसभा क्षेत्र में जांच एजेंसियों ने 5,994 फर्जी आवेदन पकड़े थे, जो बड़े स्तर पर वोटरों को हटाने की कोशिश का सबूत था। इसको लेकर कांग्रेस सरकार ने सीआईडी जांच के आदेश दिए। जांच की शुरुआत में EC ने सबूत दिए, लेकिन अब भाजपा के दबाव में आकर जानकारी साझा नहीं कर रही है। 7 अगस्त: राहुल का आरोप- EC ने BJP के साथ चुनाव चुराया राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर 1 घंटे 11 मिनट तक 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिया। राहुल ने स्क्रीन पर कर्नाटक की वोटर लिस्ट दिखाते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में संदिग्ध वोटर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजे देखने के बाद हमारा शक पुख्ता हुआ कि चुनाव में चोरी हुई है। मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट नहीं देने से हमें भरोसा हुआ कि EC ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र चुनाव चोरी किया है। हमने यहां वोट चोरी का एक मॉडल पेश किया। मुझे लगता है इसी मॉडल का प्रयोग देश की कई लोकसभा और विधानसभा सीटों पर हुआ। पूरी खबर पढ़ें 17 अगस्तः EC बोला- आरोपों पर हलफनामा दें या देश से माफी मांगें EC ने कहा था, ‘7 दिन में हलफनामा नहीं मिला तो आरोपों को निराधार समझा जाएगा।’ एक पार्टी के साथ साठगांठ के आरोपों पर CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘हमारे लिए न कोई पक्ष और न विपक्ष है। सभी राजनीतिक दल बराबर हैं। अगर सही समय पर त्रुटि हटाने का आवेदन न हो और फिर वोट चोरी जैसे गलत शब्दों का इस्तेमाल कर जनता को गुमराह किया जाए तो ये लोकतंत्र का अपमान है।’ पूरी खबर पढ़ें… ————————- ये खबर भी पढ़ें…. चुनाव आयोग पूरे देश में वोटर वेरिफिकेशन करेगा:10 सितंबर को दिल्ली में मीटिंग; साल के आखिरी में प्रक्रिया शुरू हो सकती है चुनाव आयोग (ECI) पूरे देश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी SIR (सामान्य शब्दों में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन) करने की तैयारी में है। इसको लेकर दिल्ली में 10 सितंबर को बैठक होगी। न्यूज एजेंसी PTI ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि बैठक में सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) शामिल होंगे। इसमें देशभर में SIR कराने को लेकर रणनीति पर चर्चा होगी। पूरी खबर पढ़ें…
खड़गे का सवाल- क्या चुनाव आयोग भाजपा का ऑफिस बना:वोटर फ्रॉड की जानकारी रोकी; कर्नाटक की अलंद सीट पर गड़बड़ी का मामला
