निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने बीज बैंक के प्रमाणीकरण पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सीएलएफ की महिला सदस्यों के साथ बातचीत की और फसलों की उपज और बीजों की गुणवत्ता के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रमाणीकरण से बीजों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी, जिससे किसानों को बेहतर उपज मिलेगी।
सर्टिफिकेशन प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए सीडीओ ने जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना और खंड विकास अधिकारी सुभाष सैनी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय पर प्रमाणीकरण होने से यह बीज बैंक अपनी पूर्ण क्षमता से काम कर पाएगा और स्थानीय किसानों को लाभ पहुंचा सकेगा।
निरीक्षण के दौरान, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे के साथ सहायक परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल, जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना, खंड विकास अधिकारी सुभाष सैनी, केवीके धनौरी के स्टाफ, सहायक कृषि अधिकारी नारसन, एनआरएलएम और रीप परियोजना के ब्लॉक स्तरीय कर्मचारी, सीएलएफ के बीओडी सदस्य और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।