बिजनौर में BSF जवान डेढ़ साल के बेटे को लेकर गंगा नदी में कूद गया। राहगीरों ने छलांग लगाते ही शोर मचाया। सूचना मिलते ही पुलिस, पीएसी और SDRF की टीम मौके पर पहुंची। गोताखोर करीब 5 घंटे से नदी में बाप-बेटे की तलाश कर रहे हैं। हालांकि अभी तक उनका पता नहीं चला है। घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें जवान दोपहर 2 बजे बेटे के साथ बैराज पर जाते दिख रहा है। पहले वह बेटे को पैदल लेकर जाता है। बैराज के गेट नंबर 17 के पास पहुंचने ही वह बेटे को गोद में उठाता है और नदी में छलांग लगा देता है। इससे पहले 19 अगस्त को उनकी पत्नी मनीषा ठाकुर ने भी बैराज के गेट नंबर 17 से ही छलांग लगाई थी। कूदने का समय भी लगभग सेम ही था। 4 दिन से उसकी तलाश की जा रही है, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला है। तीन तस्वीरें देखें… अब पढ़िए पूरा मामला… नजीबाबाद के वेदविहार कॉलोनी में बीएसएफ जवान पत्नी मनीषा ठाकुर और बेटे प्रणव के साथ रहते थे। राहुल अहमदाबाद में तैनात थे। 5 साल पहले राहुल ने मनीषा से लव मैरिज की थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक था। साढ़े तीन साल बाद बेटे प्रणव डेढ़ साल का जन्म हुआ। कुछ दिन पहले ही राहुल छुट्टी पर घर आए थे। 19 अगस्त मंगलवार को राहुल का मनीषा से किसी बात को लेकर विवाद हुआ। गुस्से में मनीषा बोली- मैं बैराज से कूद कर जान दे दूंगी। इतना कहकर वह घर ने निकल गईं। पति भी उनके पीछे-पीछे निकला। उनको आस-पास ढूंढा, लेकिन कहीं पता नहीं चला। घर से 45 किमी दूर गंगा बैराज पर पहुंचे तो देखा गेट नम्बर 17 के सामने मनीषा की चप्पल पड़ी थी। पहले दरोगा से पत्नी के बारे में पूछा, फिर कूद गए
पति ने बैराज पर लगा सीसीटीवी चेक किया तो मनीषा गंगा में कूदते दिखी। चार दिन से मनीषा की तलाश चल रही थी। SDRF की टीम तलाश कर रही है। शनिवार दोपहर राहुल बेटे को दवा दिलाने बिजनौर अस्पताल आए थे। दवा लेने के बाद वह सीधे बैराज पहुंचे। गेट पर किराए की कार खड़ी कर दी और बेटे को गोद में लेकर बैराज की तरफ गए। दोपहर करीब 2 बजे बैराज पार करके मुजफ्फरनगर की पुलिस चौकी गए और दरोगा से पत्नी के बारे में पूछा। वहां से लौटते वक्त गेट नंबर 17 से बेटे संग गंगा में छलांग लगा दी। मोबाइल फोन उसने पुल पर ही छोड़ दिया। परिजन ने कहा-जन्माष्टमी के दिन पूरा परिवार खुश था। राहुल ने बेटे प्रणव को कान्हा बनाया था। उसे गोद में लेकर फोटो भी खिंचवाई थी। खबर अपडेट की जा रही है… …………………… ये खबर भी पढ़ें… कुलपति हरेराम त्रिपाठी और उनकी पत्नी की हादसे में मौत, ड्राइवर को पीछे बैठाकर खुद चला रहे थे; मऊ में ट्रक में घुसी इनोवा यूपी के मऊ में महाराष्ट्र के कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति हरेराम त्रिपाठी और उनकी पत्नी की मौत हो गई। शनिवार सुबह वह इनोवा कार से वाराणसी से अपने घर कुशीनगर जा रहे थे। मऊ के दोहरीघाट के पास उन्हें झपकी आ गई। इनोवा बेकाबू हो गई और सड़क किनारे खड़े ट्रेलर में पीछे से घुस गई। पढ़ें पूरी खबर…
BSF जवान डेढ़ साल के बेटे संग गंगा में कूदा:बिजनौर में 4 दिन पहले पत्नी ने भी लगाई थी छलांग; 5 साल पहले लव मैरिज की थी
