मेरठ में 20 साल के युवक ने कमरे का दरवाजा बंद कर फंदा लगा लिया। यह देखकर पिता ने 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दे दी। इसके 3 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंची। उसने खिड़की से युवक को लटकते देखा। सिपाही ने पहले दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन, लोहे का दरवाजा तोड़ना आसान नहीं था। इसलिए पुलिसकर्मियों ने हथौड़े से दीवार तोड़ दी। अंदर घुसकर युवक को फंदे से उतार लिया। इसके बाद एक सिपाही ने CPR दिया, तो युवक की सांसें लौट आईं। फिर उसको तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर है। मामला गंगानगर थाना क्षेत्र के कसेरू बक्सर गांव का है। पहले देखिए 3 तस्वीरें पहले जानिए क्या था पूरा मामला बक्सर गांव में दौलत राम पत्नी राजकुमारी, बेटे विशाल और बेटी अनु के साथ रहते हैं। दौलत राम मजदूरी करते हैं। विशाल भी पिता के साथ मजदूरी पर जाता है। बुधवार दोपहर 1 बजे विशाल ने खुद को घर के ऊपरी कमरे में बंद कर लिया। पिता उसको बुलाते रहे, लेकिन उसने एक नहीं सुनी। विशाल ने कमरे के कुंडे से फंदा लगाया और उससे लटक गया। खिड़की से यह सब देखकर दौलत राम ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना मिलने के 3 मिनट के अंदर सिपाही सिद्धार्थ अपने साथी के साथ फैंटम लेकर मौके पर पहुंच गया। उसने खिड़की से देखा कि विशाल कुंडी में चुन्नी से बने फंदे से लटक रहा था। इसके बाद सिद्धार्थ ने पहले लात मारकर दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। लेकिन, लोहे का दरवाजा होने के कारण वह नहीं टूटा। इसके बाद उसने हथौड़े से जल्दी-जल्दी कमरे की दीवार तोड़ना शुरू कर दिया। इसमें विशाल के घरवालों ने भी उसका साथ दिया। दीवार टूटते ही सिद्धार्थ कमरे में घुस गया। उसने विशाल को फंदे से उतारा और सीपीआर दी। जब विशाल की सांसें चलने लगीं, तो उसे तत्काल अपनी बाइक पर बैठाकर देवानंद अस्पताल ले गया। विशाल की बहन बोली- गांव के लड़कों से झगड़ा हुआ था
बहन अनु ने दैनिक भास्कर को बताया कि विशाल को बुखार आ रहा है। आज सुबह वह दवा लेने गांव के ही एक मेडिकल स्टोर गया था। वहां गांव के कुछ युवकों से उसका झगड़ा हो गया। विशाल ने घर आकर पिता से उनकी शिकायत करने की बात कही। लेकिन, पिता ने कहा कि थोड़ी देर रुक जाओ फिर जाऊंगा। इसके साथ ही उन्होंने विशाल को लड़ाई करने के लिए डांटा भी। इससे वह नाराज होकर अपने ऊपर के कमरे में चला गया। उसने दरवाजा बंद कर लिया। कमरे में वह फंदा लगाने लगा, तो हम लोगों ने बहुत मनाया। लेकिन, वह नहीं माना। इस पर पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पिता बोले- पुलिस ने मेरे बेटे की जान बचा ली
पिता दौलत राम ने बताया कि जिस तत्परता के साथ 112 पर आए दोनों सिपाहियों ने मेरे बेटे विशाल को बचाया है, वह उसके लिए बहुत शुक्रगुजार हैं। उन्होंने कहा कि मैंने 1 बजे 112 पर काल की थी। 3 मिनट में सिपाही मौके पर पहुंच गए। दीवार तोड़ने में भी 5 मिनट नहीं लगाया। फिर सीपीआर दी और अस्पताल लेकर गए। इस सब में 15 मिनट का भी समय नहीं लगाया। इससे मेरे विशाल की जान बच गई। सिपाही मेरे लिए भगवान बन गए, नहीं तो बेटा चला जाता। ————————– ये खबर भी पढ़ें… आगरा में बेटी को तेंदुए के जबड़े से खींच लाई, अटैक के बावजूद मां डटी रही, 15 मिनट लड़ी आगरा में 3 साल की बेटी को बचाने के लिए मां तेंदुए से भिड़ गई। करीब 15 मिनट तक उससे लड़ती रही। इसके बाद तेंदुआ छोड़कर भाग गया। हालांकि हमले में मां-बेटी दोनों घायल हो गईं। उन्हें इलाज के लिए आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद जैतपुर CHC भेज दिया गया। पढ़ें पूरी खबर…
सुसाइड कर रहे युवक को 3 मिनट में बचाया:मेरठ में सिपाहियों ने दीवार तोड़कर फंदे से उतारा, पिता बोले- भगवान बनकर आए
