श्रद्धा और सेवा का संगम: डीएम-एसएसपी ने किया कांवड़ियों का स्वागत, पहनाई माला और बांटा प्रसाद

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गांव की गलियों से लेकर घाट तक “हर-हर महादेव” के जयकारों से माहौल गूंज उठा। चारों तरफ भक्ति की बहार और प्रशासन की सेवा भावना देखते ही बन रही थी। श्रावण मास के प्रत्येक रविवार और सोमवार को प्रशासन की ओर से शिवभक्तों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है, जहां गरमागरम प्रसाद के साथ-साथ विश्राम स्थल का भी इंतजाम है, ताकि यात्रा की थकान मिट सके।
आस्था, परंपरा और गौरव की बात: डीएम
इस अवसर पर जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा, “कांवड़ यात्रा सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं, यह आस्था, अनुशासन और परंपरा का प्रतीक है। हरिद्वार, प्रयागराज और वाराणसी जैसे तीर्थों से श्रद्धालु गंगाजल लेकर यहां पहुंचते हैं और शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं। यह परंपरा हमारे समाज की जड़ों से जुड़ी है और इसे निभाना हर शिवभक्त के लिए गर्व की बात है।”
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को प्रशासन की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
मंच पर आस्था की एकजुटता
इस भव्य आयोजन में श्रद्धा और जनसेवा का अद्भुत मेल देखने को मिला। मंच पर सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, एमएलसी बहोरन लाल मौर्य, महापौर डॉ. उमेश गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा (बिथरी चैनपुर), विधायक डॉ. डीसी वर्मा (मीरगंज), भाजपा जिलाध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह, एडीएम प्रशासन पूर्णिमा सिंह, एडीएम सिटी सौरभ दुबे, एसडीएम आंवला विदुषी सिंह, एसडीएम सदर प्रमोद कुमार समेत कई अधिकारी और शिवभक्त मौजूद रहे।
श्रावण मास में प्रशासन की यह सेवा भावना शिवभक्तों के लिए एक अनमोल अनुभव बन गई है।

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