चेन्नई। तमिलनाडु के राजीव गांधी सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों ने असंभव को संभव कर दिखाया। डाक्टरों ने आठ घंटे तक चली सर्जरी के बाद महिला के कटे हुए बाएं हाथ को जोड़ दिया, जो कलाई के पास लगभग पूरी तरह से कट गया था। महिला का दायां हाथ भी आंशिक रूप से कटा था।
अस्पताल ने सोमवार को कहा, डाक्टरों ने न केवल 40 वर्षीय महिला के कटे हाथों को जोड़ा, बल्कि हमले में क्षतिग्रस्त हुए रक्त वाहिकाओं और नसों का भी इलाज किया। महिला को कई चोटें आई थीं। हाल ही में महिला पर उनके बेटे ने हमला किया था।
अस्पताल के डीन डा. ई थेरानी राजन ने कहा, "महिला को 20 दिसंबर की रात सरकारी रोयापेट्टा अस्पताल से राजीव गांधी अस्पताल में रेफर किया गया था। इमरजेंसी वार्ड में प्लास्टिक सर्जनों ने जांच की। सर्जरी से पहले विशेषज्ञों की राय ली गई थी।
महिला से नहीं लिया एक भी रुपया
23 डाक्टरों की टीम ने आठ घंटे तक सर्जरी कर महिला को नया जीवन दिया। सर्जरी में करीब 10 लाख खर्च आने के बावजूद महिला से एक भी रुपया नहीं लिया गया। महिला फिलहाल प्लास्टिक सर्जरी विभाग की देखरेख में है। उसकी हालत स्थिर है।