सीएम योगी ने वाराणसी और प्रयागराज पुलिस कमिश्नर को जमकर फटकार लगाई। योगी ने वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से कहा- जब तक लखनऊ से बताया नहीं जाता, तब तक वहां कोई कार्रवाई नहीं होती है। वहीं, प्रयागराज कमिश्नर जोगिंदर कुमार से योगी ने कहा- बरेली से सीखिए। उपद्रवियों पर वैसा ही एक्शन लीजिए। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाइए। दरअसल, त्योहारों को देखते हुए योगी ने गुरुवार रात पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग की। इस दौरान योगी ने बरेली एसएसपी अनुराग आर्य और कानपुर के नए पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल की तारीफ भी की। योगी ने बरेली बवाल के बाद अनुराग आर्य के एक्शन और कानपुर में हुए विस्फोट के बाद रघुबीर लाल की कार्रवाई की सराहना की। बैठक में सभी जिलों के डीएम, एसपी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। चार पॉइंट्स में जानिए सीएम योगी की बैठक की बड़ी बातें… 1. पहले जानते हैं बरेली प्रशासन की तारीफ क्यों? जुमे की नमाज के फसाद को समय से काबू करने और तौकीर रजा पर हुई कार्रवाई पर बरेली पुलिस की तारीफ करते हुए योगी ने कहा कि बलवाइयों पर ऐसी ही कार्रवाई की जरूरत है। दरअसल, IMC अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद लोगों से इस्लामिया ग्राउंड में जुटने और वहां से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकालने का आह्वान किया था। पुलिस ने तौकीर रजा और उनसे जुड़े लोगों को पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया था। जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने इस्लामिया ग्राउंड की तरफ रुख करने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रोका, तो 4 जगह भिड़ंत हो गई। पुलिस पर पथराव, फायरिंग हुई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठियां चलाईं, आंसू गैस के गोले छोड़े थे। इस मामले में 11 मुकदमे दर्ज हुए। तौकीर रजा सहित 84 लोग जेल जा चुके हैं। पुलिस ने कुल 10 मुकदमों में तौकीर रजा को आरोपी बनाया है। बवाल होने के तुरंत बाद सारे सरकारी महकमे एक्शन मोड में आ गए। तत्काल इंटरनेट बंद करने और जरूरी पाबंदियों को लागू किया गया। कुछ ही घंटों में हालात काबू में आ गए। पुलिस अब तक तौकीर रजा और उनके 7 करीबियों सहित 84 लोगों को जेल भेज चुकी है। 2. कानपुर की सराहना के पीछे की वजह जानिए कानपुर पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल की तारीफ करते हुए योगी ने कहा कि विस्फोट की घटना के दौरान अफवाहों को समय रहते रोकना एक तारीफ करने वाला कदम था। उन्होंने अधिकारियों को अफवाहों को रोकने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। दरअसल, कानपुर में 8 अक्टूबर की रात विस्फोट हुआ था। यह धमाका स्कूटी में नहीं, पटाखों में हुआ था। विस्फोट में कुल 8 लोग घायल हुए थे। इसका CCTV फुटेज भी सामने आया। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया था कि घटना में किसी आतंकी संगठन के हाथ होने के सबूत नहीं मिले हैं। यह पूरी तरह से अवैध पटाखों से जुड़ी घटना है। मामले में एसीपी कोतवाली, मूलगंज थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया। इससे पहले धमाके की सूचना के बाद डीजीपी ऑफिस और गृह विभाग दोनों एक्टिव हो गए थे। ATS और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमों ने मौके पर पहुंचकर इनपुट जुटाए थे। पटाखों से विस्फोट की बात सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर ने देर रात सर्च ऑपरेशन भी चलाया था। इस दौरान अवैध पटाखों के साथ 12 लोगों को अरेस्ट किया गया था। 3. प्रयागराज को लेकर क्यों बिफरे योगी?
प्रयागराज के घूरपुर में नाबालिग के धर्मांतरण और बंधक बनाकर गैंगरेप की घटना को लेकर योगी ने पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार से सवाल जवाब किया। पूछा- अब तक क्या कार्रवाई हुई। सीएम ने कार्रवाई में देरी और हीलाहवाली को लेकर सवाल किए। इस पर कमिश्नर ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपी समेत दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक की तलाश की जा रही है। इस पर सीएम ने कहा कि ऐसे मामलों को पूरी संवेदनशीलता के साथ लें। तुरंत कार्रवाई करें। ये घटनाएं भी नाराजगी की वजह हो सकती हैं… 4. वाराणसी पुलिस कमिश्नर को क्यों लगाई फटकार? योगी ने वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को फटकार लगाई। चौबेपुर के चर्चित छितौना कांड में पुलिसिया लापरवाही पर सीएम खफा नजर आए। पूछा कि एसआईटी गठन के बावजूद एक्शन में हीलाहवाली क्यों की गई। उन्होंने कहा- वाराणसी में तब तक कार्रवाई नहीं होती, जब तक मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश न आए। मुख्यमंत्री, वकील-पुलिस विवाद पर भी अपनी नाराजगी जताई। कहा-ऐसे विवाद पर नकेल कसना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हर विवाद को संयमित तरीके से हैंडल किया जाना चाहिए था। यहां सोशल मीडिया पर नेताओं, मंत्रियों आदि पर कई आपत्तिजनक टिप्पणी की गई, उस पर भी पुलिस लगाम लगाने में फेल हो गई। दरअसल, बीते दिनों छितौना कांड और वकील-पुलिस विवाद सबसे अधिक चर्चा में रहा। छितौना गांव में तीन महीने पहले ठाकुर-राजभर बिरादरी के बीच जमकर बवाल हुआ था। इसमें घायल छोटू राजभर की मौत हो गई थी। खेत में गाय घुसने को लेकर दोनों बिरादरी के लोगों ने एक-दूसरे को जमकर पीटा था। सीएम ऑफिस से फटकार के बाद आरोपी संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई थी। बैठक में सीएम योगी की बड़ी बातें ————————————– यह भी पढ़ें बिहार चुनाव में योगी की ज्यादा डिमांड:डिप्टी सीएम केशव मौर्य की भी परीक्षा, यूपी के नेताओं को मिली जिम्मेदारी बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इसके साथ ही यूपी में योगी सरकार के 6 से अधिक मंत्रियों ने बिहार में डेरा जमा लिया है। इनके अलावा भाजपा सांसद, विधायक और नेता भी वहां पहुंच गए हैं। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, बिहार में सबसे ज्यादा डिमांड सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली, सभा और रोड शो की है। बिहार के बड़े-बड़े नेता भी अपने विधानसभा क्षेत्र में सीएम योगी की रैली कराना चाहते हैं। पूरी खबर पढ़िए
योगी ने वाराणसी-प्रयागराज पुलिस कमिश्नर को फटकारा:जब लखनऊ से बताते हैं तब एक्शन होता है, बरेली से सीखिए
