उप्र: अब विधानसभा के सदन में गूंजेगी बुंदेली, नियम समिति से प्रस्ताव पास

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उप्र: अब विधानसभा के सदन में गूंजेगी बुंदेली, नियम समिति से प्रस्ताव पास

नियम समिति की बैठक के बाद बुधवार को विधानसभा से होगा पारित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर क्षेत्रीय भाषाओं को उभारने का कार्यक्रम

झांसी, 19 फ़रवरी (हि.स.)। गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में शामिल हुए। राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही के बाद विधायक राजपूत ने नियम समिति की बैठक में शिरकत की।

विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा क्षेत्रीय भाषाओं को सम्मान देने के इरादे से जो बुंदेली बोली को मातृभाषा की सूची में शामिल करने की मंशा जाहिर की उस पर अब सर्व सहमति से मुहर लग गई है। अब बुंदेली आवाज सदन में भी एक आधिकारिक भाषा के रूप में सुनाई देगी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में आयोजित नियम समिति ने बुंदेली बोली को मंजूरी देते हुए प्रस्ताव पारित किया। अब बुधवार को विधानसभा में इस प्रस्ताव को प्रस्तुत कर मंजूरी दी जाएगी।

गरौठा विधायक जवाहर राजपूत शुरू से ही बुंदेलखंड और बुंदेली बोली को मान सम्मान दिलाने को लेकर गंभीर रहे हैं। उन्होंने विधायक बनने के बाद पद की शपथ भी बुंदेली में ली थी। वह बुंदेली में शपथ लेने के बाद से ही बुंदेली को अन्य भाषाओं की तरह ही मातृभाषा की सूची में शामिल कराने का अनुरोध कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्षेत्रीय बोलियों भाषाओं को उभारने और उचित सम्मान देने के लिए बड़ी पहल की। इसके बाद मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में नियम समिति की बैठक हुई। बैठक में बुंदेलखंड से गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत शामिल हुए। बैठक में बुंदेली बोली को मातृभाषा मानते हुए इसे सदन की कार्यवाही में आए प्रस्ताव को सभी सदस्यों की मंजूरी मिल गई। निर्णय हुआ कि संविधान के उपबन्धों के अधीन सभा का कार्य हिन्दी भाषा और देवनागरी लिपि में होने के साथ अब सदस्यगण अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली में भी अपना संबोधन कर सकते हैं। सदस्यों की सुविधा हेतु सदन की कार्यवाही का रूपान्तरण अंग्रेजी भाषा में भी उपलब्ध होगा। नियम समिति के बाद अब बुधवार को विधानसभा में इस प्रस्ताव को पारित कर दिया जाएगा। गरौठा विधायक जवाहर राजपूत ने कहा कि बुंदेलखंड के लिए यह गौरव का पल है। इससे सिमट रही बुंदेली को उभार मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बुंदेली के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास की बात कही।

गौरतलब है कि सदन में पृथक राज्य बुन्देलखण्ड के गठन के लिए झांसी के सदर विधायक रवि शर्मा ने बुंदेली भाषा में आवाज उठाते हुए बुंदेलियो की मांग बताया था।

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