पटना में विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया है। विसर्जन से पहले महिलाओं ने मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की। शास्त्रीनगर, एयरपोर्ट और रूपसपुर जैसे इलाकों में प्रतिमाओं का विसर्जन जारी है। विसर्जन से पहले गाजे-बाजे और बैंड के साथ शोभायात्राएं निकाली गई। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने डीजे के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। वहीं, पटना के प्रमुख पंडाल डाकबंगला चौराहे की प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार को किया जाएगा। प्राकृतिक जल स्रोत में विसर्जन नहीं होगा जिला प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन समारोहों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जल (प्रदूषण निवारण और नियंत्रण) अधिनियम के तहत गंगा नदी सहित किसी भी प्राकृतिक जल स्रोत में प्रतिमाओं के विसर्जन पर सख्त प्रतिबंध है। इसके लिए नगर निगम ने गंगा घाटों के पास 10 कृत्रिम तालाब बनाए हैं। साथ ही, शहर में कई अतिरिक्त कृत्रिम विसर्जन स्थल भी तैयार किए गए हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी कृत्रिम तालाबों और घाटों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तीन पालियों में तैनात किए गए हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आपदा प्रबंधन दल, गोताखोरों, एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें भी तैनात की गई हैं। मां दुर्गा को पूड़ी-सब्जी और बुंदिया का लगा भोग वहीं, दूसरी तरफ पटना के विजय राघव मंदिर केशरी नगर में मां दुर्गा को पूड़ी, सब्जी, बुंदिया का भोग लगाया गया और लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। दुर्गा पूजा के अवसर पर एक दिन खीर, दूसरे दिन हलवा, तीसरे दिन खिचड़ी और दशहरा के दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पूरी,सब्जी, बुंदिया का प्रसाद प्राप्त किया। विजय राघव मंदिर के मुख्य पुजारी संजय तिवारी ने बताया कि 1991 से मंदिर में मां दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी, कार्तिक और गणेश की मूर्ति स्थापित की जा रही है। इस वर्ष भी धूमधाम से दुर्गापूजा मनाया गया। विभिन्न इलाकों से पहुंचे लोगों ने मां दुर्गा की पूजा आराधना की।
डाकबंगला चौराहे की प्रतिमा का कल विसर्जन:गंगा घाटों के पास 10 कृत्रिम तालाब बने, मजिस्ट्रेट-पुलिस बल 3 पालियों में तैनात
