‘हम नानी के घर से गाजियाबाद लौट रहे थे। अम्मी छोटे भाई को चॉकलेट दिलाने के लिए दुकान पर गई थीं। मैं रास्ते में खड़े होकर उनका इंतजार कर रही थी। तभी जानू मेरे पास आया। मुझे गंदे वीडियो दिखाने लगा। बैड टच किया। उसे रोका तो मेरा गला दबा दिया। मैं चिल्लाई तो वह भाग गया। उसने जिस हाथ से मेरा गला दबाया, उसका वो हाथ टूट गया है, ऐसे को यही सजा मिलनी चाहिए।’ ये कहना है 14 साल की उस छात्रा का, जिसके साथ 2 अक्टूबर को गांव के सरेराह युवक ने छेड़छाड़ की। घटना CCTV में कैद हो गई थी। पुलिस ने 5 अक्टूबर को आरोपी जानू (20) को पकड़ लिया। इस दौरान भागने के चक्कर में वह गड्ढे में गिरकर घायल हो गया था। अगले दिन 6 अक्टूबर को आरोपी का वीडियो सामने आया। इसमें दाहिने हाथ में प्लास्टर बंधा था, बाएं हाथ से कान पकड़ कर रो-रोकर माफी मांग रहा था। कह रहा था- साहब मुझसे गलती हो गई। माफ कर दो जी, अब छेड़छाड़ नहीं करूंगा। दैनिक भास्कर ने पीड़िता से बात की। चलिए पढ़िए रिपोर्ट… हम नानी के घर से अपने घर आ रहे थे पीड़ित छात्रा ने बताया- हम लोग शाहजहांपुर में नानी के यहां आए थे। मम्मी और भाई के साथ मैं 15 दिन बाद 2 अक्टूबर को वापस गाजियाबाद पिता के पास जा रहे थे। जैसे ही हम नानी के घर से चले तो रास्ते में एक चॉकलेट की दुकान पड़ी। मेरा छोटा भाई चॉकलेट लेने की जिद करने लगा। तो अम्मी उसे लेकर दुकान पर चली गईं। मैं वहीं रास्ते पर रुक गई। तभी सामने से पड़ोसी लड़का जानू वहां मेरे पास आया। उसने मुझसे छेड़छाड़ शुरू कर दी। उसने मुझे अपने मोबाइल में गंदी-गंदी वीडियो दिखाई। मुझसे कहने लगा कि दोस्ती कर लो, तुम्हें पैसे दूंगा। मैंने उसे रोका। उससे कहा कि ये सब मत कर। मुझे मत छू, लेकिन वो नहीं माना। उसने मेरा गला पकड़कर दबा दिया। मुझे लगा कि अब तो मर ही जाऊंगी। मेरी सांस भी फूलने लगी और दम घुटने लगा था। मैंने किसी तरह चिल्लाई। मेरी आवाज सुनकर मेरी अम्मी दौड़ीं। कुछ लोग भी आ गए। यह देखकर जानू वहां से भाग गया। इसके बाद हम लोग किठौर थाने गए। वहां हमने सारी बात पुलिस को बताई। लेकिन, थाने में हमारी सुनवाई नहीं हुई, न ही कोई एक्शन लिया गया। जब सीसीटीवी सामने आया, तब पुलिस ने एक्शन लिया। मुझे पूरा इंसाफ चाहिए। उस लड़के को कड़ी सजा मिले। हालांकि, उसने जिस हाथ से मेरा गला दबाया, उसका वो हाथ टूट गया है, ऐसे को यही सजा मिलनी चाहिए। अब पीड़िता की मां ने जो बताया, वो पढ़िए… घटना से पहले जानू के घरवालों से की थी शिकायत
पीड़ित की मां ने दैनिक भास्कर को बताया- मैं अपनी अम्मी के घर आई थी, वो लड़का जानू मेरी बेटी को कई दिन से परेशान कर रहा था। अक्सर आते-जाते बेटी को छेड़ता था। इस घटना से पहले एक-दो बार मैं जानू के घर गई थी। ये बात मैंने उसके मां-बाप को बताई थी। उनसे कहा- बेटे को समझा लो, ये सब ठीक नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हम देखते हैं। लेकिन, ऐसा हुआ नहीं। 2 अक्टूबर को मैं अपने घर गाजियाबाद आ रही थी। मेरे साथ मेरी बेटी और छोटा बेटा भी थे। मैं बेटे को लेकर रास्ते में दुकान पर उसके लिए चॉकलेट लेने गई, बेटी वहीं बाहर खड़ी थी। इतने में वो लड़का पीछे से आया और मेरी बेटी को गंदे वीडियो दिखाने लगा। कहने लगा- मेरी गर्लफ्रेंड बन जा, नहीं तो तुझे मार दूंगा। पड़ोसी होने के नाते वो लड़का अक्सर मेरी बेटी को परेशान करता था, दादागिरी दिखाता था। घटना के बाद फिर आरोपी के घर गई मेरी बेटी से जबरदस्ती वाली घटना के बाद मैं दोबारा आरोपी के घर गई। मैंने जानू के मां, बाप से सारी बात बताई तो वो कहने लगे कि तुमसे जो होता हो वो कर लो, हमारे पैसे में बहुत ताकत है, हम अपने पैसे से सब कर लेंगे। हम 3 अक्टूबर को किठौर थाने पहुंचे और पुलिस वालों को जो भी हमारे साथ हुआ हमने बताया। फिर हमसे कहा कि घर चले जाओ हम आरोपी को पकड़कर ले आएंगे। अगले दिन यानी 4 अक्टूबर को उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया और थाने में बैठा लिया। पुलिसवालों ने उसके घरवालों से मिलीभगत कर ली और उसे छोड़ दिया। पुलिस पर मिलीभगत का आरोप
मां ने कहा- दरोगा ने मेरे साथ गालीगलौज की। आरोपी को एक थप्पड़ मारा। मुझसे कहा- तुम्हारे कहने से क्या हम उसे जान से मार डालें। इसके बाद दरोगा ने मुझे थाने से भगा दिया। पुलिसवालों ने मुझसे कहा कि थाने से निकल हम तेरी पावर देख लेंगे, जो कर सकती है कर ले, मैंने कहा- मैं कुछ नहीं कर सकती। मैं घर जाकर बैठ गई। मीडिया ने मेरा साथ दिया, तब न्याय मिला
पीड़ित की मां ने कहा- अल्लाह ने मेरा साथ दिया कि वीडियो सामने आ गया। मीडिया ने पूरे मामले में मेरा बहुत साथ दिया। मीडिया के कारण ही वो सच्चाई सबके सामने आ सकी। अन्यथा मुझे न्याय नहीं मिलता। कहा- जो उन्होंने मेरे साथ किया वो सही नहीं था, ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए। किसी की बेटी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए। हमें इंसाफ चाहिए। उसे सजा भी मिलनी चाहिए। सरेआम वारदात के बाद सपा-कांग्रेस ने सरकार को घेरा सपा ने लिखा- भाजपा सरकार में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं
मेरठ में हुई इस घटना पर समाजवादी पार्टी ने सरकार को घेरा। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई घटना का जिक्र करते हुए X पर पोस्ट किया। पोस्ट में सबसे पहले मेरठ में हुई इस घटना का उल्लेख किया गया। आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में बहन-बेटियों की सुरक्षा के कथित भाजपाई दावों की जमीनी हकीकत सामने है। यूं ही नहीं यूपी महिला अपराधों में भाजपा सरकार में नंबर-1 है। कांग्रेस ने पूछा- रोमियो स्क्वॉड कहां गया
यूपी कांग्रेस ने X पर लिखा- मेरठ में दिनदहाड़े एक युवती का रास्ता रोककर शोहदे ने उसकी गर्दन पकड़ी और उसे दूर तक घसीटता ले गया। कहां गया ‘मुख्यमंत्री’ जी का रोमियो स्क्वॉड? शोहदों के बढ़ते हौसले साफ दिखा रहे हैं कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। सत्ता में बैठा व्यक्ति इस व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। ————————————– ये खबर भी पढ़ेंः- माफिया अतीक के बेटे से खौफ में झांसी के जेलर:बोले- प्रमोशन में थोड़ा समय बचा, मुझे बवाल से दूर ही रखा जाए ‘जिस बदमाश (अली अहमद) से परेशान होकर 400 km दूर ट्रांसफर कराया, वो यहां झांसी जेल में भी आ गया। मैं तो कह दूंगा कि मुझे उसकी बैरक का चार्ज न दिया जाए।’ ये कहना है झांसी जेल के जेलर अंजनी कुमार गुप्ता का। 1 अक्टूबर को अली अहमद प्रयागराज की नैनी जेल से झांसी जेल में शिफ्ट किया गया है। तब से जेलर अंजनी कुमार गुप्ता खौफ में और परेशान हैं। पूरी खबर पढ़िए
छात्रा बोली- जिस हाथ से छेड़ा, वही टूट गया:ऐसे को यही सजा मिलनी चाहिए; मेरठ में सरेराह बैडटच कर अश्लील वीडियो दिखाए थे
