कानपुर में सपा विधायक और भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए। आर्यनगर से विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा- हम भाजपाई गुंडों की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। हमारा मुकाबला कमल के फूल से है पत्तियों से नहीं। वह नयागंज में गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रतिमा हटाने के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। इसी दौरान चटाई मोहाल (वार्ड-79) के बीजेपी पार्षद विकास जायसवाल समर्थकों संग मौके पर पहुंच गए। दोनों ओर से कार्यकर्ता एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि मौके पर एडीसीपी अंजली विश्वकर्मा समेत थाने की फोर्स पहुंच गई। पुलिस के दखल के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। प्रदर्शन से जुड़ी 2 तस्वीरें… अब पूरा मामला विस्तार से… सपा विधायक ने पूछा- गणेश शंकर की प्रतिमा कहां है?
नरोना चौराहे के गणेश शंकर विद्यार्थी चौक पर गणेश शंकर विद्यार्थी की एक प्रतिमा लगी हुई थी। डेढ़ साल पहले मेट्रो निर्माण के समय इसे हटवा दिया गया था। यहां पर नयागंज मेट्रो स्टेशन बनाया गया। मेट्रो चालू होने के बाद दोबारा प्रतिमा नहीं लगाई गई। इसके विरोध में आर्यनगर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई सोमवार दोपहर को प्रदर्शन करने पहुंच गए। वह समर्थकों के साथ नयागंज मेट्रो स्टेशन पहुंचे। मेट्रो प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने कहा कि गणेश शंकर की प्रतिमा कहां है? वह नगर निगम के पास है या जिला प्रशासन के पास? उन्होंने यहां पर इन सवालों से लिखा इसका बैनर पोस्टर भी लगा दिया। भाजपा पार्षद बोले- सपा विधायक न करो टाइम पास थोड़ी ही देर बाद वहां पर भाजपा के पार्षद विकास जायसवाल कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए। वे सपा विधायक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने हाथों में बैनर भी ले रखा था। जिस पर लिखा था- सपा विधायक जी ना करो फर्जी प्रयास। गणेश शंकर विद्यार्थी जी की मूर्ति है हमारे पास। आपको तो मंदिर भी नहीं याद। अब आकर कर रहे हैं फर्जी टाइम पास। सपा की तरफ से मूर्ति चोरी करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की गई। तो वहीं, दूसरी तरफ टोटी चोर के नारे भाजपा पार्षद के समर्थकों की तरफ से भी लगाए गए। सपा विधायक बोले- कमल के फूल से लड़ना है पत्ती से नहीं सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा- कोई गली का गुंडा हमें धमकाएगा तो हम डर जाएंगे क्या? क्या आर्यनगर विधानसभा से विधायक हो जाएगा क्या? हमें कमल के फूल से लड़ना है पत्ती से नहीं। जहां आज नयागंज मेट्रो स्टेशन बन गया है यहां पर मौजूद कोई बता सकता है कि क्या यह नयागंज है। यहां से नयागंज डेढ़ किमी दूर है। यह स्थान तो माल रोड है। यह तो गणेश शंकर विद्यार्थी चौराहा है। लेकिन इसे बेच दिया गया और यहां नयागंज मेट्रो स्टेशन बना दिया गया। 4 साल पहले मूर्ति हटाई गई थी। अब तक क्यों नहीं लगाई गई, आखिर मूर्ति कहां गई? कोई आकर यहां कह रहा है की मूर्ति उसके पास है, तो पुलिस इसकी जांच करें की मूर्ति कहां थी और उनके पास कैसे पहुंची। हमारी मांग है कि इसी जगह पर मूर्ति स्थापित कराई जाए। पार्षद बोले- विरोध करने नहीं अपनी सरकार के काम बताने आए बीजेपी पार्षद विकास जायसवाल ने कहा कि हम यहां विरोध नहीं करने आए। हम तो केवल अपनी सरकार के काम के बारे में बताने आए हैं। सबसे बड़ी बात ये हैं कि जब मूर्ति हटाई गई तब ये लोग कहां थे। 4 साल बाद इनको याद आई, इससे पहले ना उन्होंने कोई पत्र लिखा ना कोई ज्ञापन दिया। सरकार के काम और विकास को देखकर लोगों को गुमराह करने के लिए इस तरह से अब प्रदर्शन करने चले आए। जब यहां पर गणेश शंकर चौक में मूर्ति लगी हुई थी, तो मैंने इस मामले में सांसद से लेकर जिलाधिकारी को इसकी जानकारी दी थी। यहां पर एक मंदिर भी मौजूद था। ‘मूर्ति मेरे पास है, मंदिर बनते ही स्थापित की जाएगी’ गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रतिमा 2021 में हटाई गई थी। उस समय उपेंद्र तिवारी मेट्रो के अधिकारी थे। उन्होंने कहा था कि यहां पर मंदिर भी बनवाया जाएगा और मूर्ति भी स्थापित कराई जाएगी। मंदिर का कार्य किया जा रहा है, इसके बनते ही मूर्ति की भी स्थापना यहां की जाएगी। मूर्ति जनता को सौंप दी गई थी जो कि मेरे पास है। वह मूर्ति ससम्मान रखी गई है। उसे वहीं पर दोबारा स्थापित कराया जाएगा। लेकिन दुख इस बात का है कि विधायक ने मंदिर की कोई बात नहीं की। न ही उन्हें इसकी याद आई। मंदिर की याद नहीं आती, क्योंकि बेचारे मौलाना नाराज हो जाएंगे। मस्जिद होती तो जरूर इनका चिंता होती। विधायक जी हमको गुंडा बता रहे हैं। पहले ये देखें कि इन पर और इनकी पार्टी के लोगों पर कितने मुकदमे हैं। उनके चच्चा जो अभी जेल से बाहर आए हैं, वह अच्छी तरह से जानते हैं कि योगी जी की सरकार न गलत करती है और न ही गलत बर्दाश्त करती है। ————————— ये भी पढ़ें- फतेहपुर में सिपाही ने पिता की पीट-पीटकर हत्या की:फिर लाश के पास बैठा रहा, मां-भाई पर भी किया हमला फतेहपुर में सिपाही बेटे ने पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने पिता से पैसे मांगे थे। मना करने पर गुस्से में धक्का देकर गिरा दिया। फिर ईंट से सिर कूचकर मार डाला। आरोपी ने पिता को बचाने आई मां को भी धक्का दिया। भाई और भाभी पर भी हमला किया। हमले में भाई को गंभीर चोटें आई हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद वह शव के पास ही बैठा रहा। सूचना पर पुलिस पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पढ़िए पूरी खबर…
सपा विधायक बोले- भाजपा पार्षद की धमकी से नहीं डरूंगा:कमल के फूल से लड़ना है पत्तियों से नहीं, कानपुर में प्रतिमा को लेकर बवाल
