अमेरिका में 5 दिन से जारी शटडाउन के कारण नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (NNSA) के पास देश के परमाणु हथियारों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए सिर्फ आठ दिन का फंड बचा है। अमेरिकी ऊर्जा विभाग (DOE) के सचिव क्रिस राइट ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘आठ और दिनों का फंडिंग, उसके बाद हमें आपातकालीन बंदी प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ेगा, जो देश की सुरक्षा को जोखिम में डाल देगा।’ राइट ने एक इंटरव्यू में कहा कि फंड खत्म होने पर NNSA को स्टाफ कम करना पड़ेगा। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के बीच फंडिंग बिल पर सहमति न बन पाने के कारण 1 अक्टूबर से शटडाउन शुरू हो गया था। ऊर्जा विभाग के 60% कर्मचारी छुट्टी पर भेजे जा सकते ऊर्जा विभाग की हालिया शटडाउन योजना के अनुसार, कुल मिलाकर, DOE के 60% कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा जा सकता है। हालांकि, वे कर्मचारी बने रहेंगे जो ‘क्रिटिकल कंट्रोल ऑपरेशंस सिस्टम’ चलाते हैं, जैसे कि न्यूक्लियर मटेरियल वाले सिस्टमों का रखरखाव या यूनिक उपकरणों की मॉनिटरिंग। इसके अलावा, परमाणु हथियारों के प्रसार रोकने वाले कामों पर तैनात स्टाफ भी काम पर बने रहेंगे। योजना में शामिल होने वाले कर्मचारियों की सटीक संख्या का जिक्र नहीं है। ट्रम्प फंडिंग बिल पास नहीं करवा सके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार को लगातार चौथी बार फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए थे। इस वजह से देश में लगातार 5वें दिन भी शटडाउन जारी है। संसद के ऊपरी सदन (सीनेट) में ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के फंडिंग बिल को 54 वोट मिले, जबकि इसे 60 वोट की जरूरत थी। दरअसल, डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि कोविड के समय दी गई टैक्स क्रेडिट्स (हेल्थ केयर सब्सिडी) बढ़ाई जाए। जिससे लाखों अमेरिकियों को सस्ता स्वास्थ्य बीमा मिल सके। अमेरिका में बुधवार से शुरू हुआ शटडाउन अमेरिका में मंगलवार को वोटिंग के बाद बुधवार से शटडाउन लागू हुआ था। यहां, सरकारी संस्थान फिलहाल बंद हैं। NBC के मुताबिक, सीनेट में सोमवार से पहले कोई वोटिंग नहीं करेगा। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स (निचला सदन) में भी अगले हफ्ते की सभी वोटिंग 14 अक्टूबर तक के लिए रद्द हो चुकी है। यानी अब अमेरिका में 14 अक्टूबर तक शटडाउन जारी रहने की आशंका है। वहीं, अमेरिकी सरकार ने करीब साढ़े 7 लाख सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी (फरलो) पर भेज दिया गया है। इनमें से 3 लाख की छंटनी भी हो सकती है। बिल पास होने के लिए डेमोक्रेट्स का समर्थन जरूरी 100 सदस्यों वाली सीनेट में 53 रिपब्लिकन और 47 डेमोक्रेट हैं। 2 निर्दलीय सांसद बिल का समर्थन कर चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी के लिए डेमोक्रेट्स का समर्थन जरूरी है, लेकिन फिलहाल वे बिल के पक्ष में वोट देने को राजी नहीं हैं। रिपब्लिनक नेता जॉन थ्यून का आरोप है कि डेमोक्रेट्स ने कट्टर समर्थकों के दबाव में आकर सरकार को बंद कर दिया। सेना, बॉर्डर एजेंट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बिना वेतन काम कर रहे हैं। वहीं डेमोक्रेट नेता चक शूमर कह चुके हैं कि ट्रम्प अमेरिका के हेल्थ केयर प्रोग्राम को सिक्योर करने से इनकार कर रहे हैं और शटडाउन के लिए जिम्मेदार हैं। हेल्थ केयर प्रोग्राम को लेकर सहमति नहीं बन पाई अमेरिका के दोनों प्रमुख दल डेमोक्रेट और रिपब्लिकन में ओबामा हेल्थ केयर सब्सिडी प्रोग्राम को लेकर ठन गई थी। डेमोक्रेट्स चाहते थे कि हेल्थ केयर (स्वास्थ्य बीमा) की सब्सिडी बढ़ाई जाए। रिपब्लिकन को डर था कि अगर सब्सिडी बढ़ाई गई तो सरकार को खर्च करने के लिए और पैसे की जरूरत पड़ेगी, जिससे बाकी सरकारी काम प्रभावित होंगे। शटडाउन रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प और डेमोक्रेटिक नेताओं ने सोमवार को व्हाइट हाउस में बैठक की थी, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। ——————————- ये खबर भी पढ़ें… ट्रम्प चौथी बार फंडिंग बिल पास कराने में फेल: अमेरिका में शटडाउन जारी; डेमोक्रेट्स समर्थन देने को राजी नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार को लगातार चौथी बार फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए। इस वजह से देश में लगातार चौथे दिन भी शटडाउन जारी है। पूरी खबर पढ़ें…
अमेरिका के न्यूक्लियर हथियारों पर भी शटडाउन का असर:ऊर्जा सचिव बोले- सुरक्षा के लिए 8 दिन का फंड बाकी; 5 दिन से कामकाज ठप
