चंडीगढ़ के नए मुख्य सचिव एच. राजेश प्रसाद ने बुधवार को चंडीगढ़ प्रशासन का कार्यभार संभाल लिया है। वह पहली बार चंडीगढ़ प्रशासन का काम देखने लगे हैं, लेकिन चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन में काम करने वाले तीसरे चीफ सेक्रेटरी हैं। इससे पहले राजीव कुमार आईएएस और मंदीप सिंह बराड़ आईएएस चीफ सेक्रेटरी का काम काज देख चुके हैं। 6 फरवरी 2024 तक यह पोस्ट एडवाइजर टू एडमिनस्ट्रेटर के तौर पर थी। 39 साल बाद इस पोस्ट को चीफ सेक्रेटरी तौर पर बनाया गया था। पदभार संभालते ही नवनियुक्त सीएस एस राजेश कुमार ने विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा भी की। पुलिस और शिक्षा विभाग की समीक्षा की संबंधित विभागों के सचिव प्रमुख ने आगामी चुनौतियों की जानकारी साझा की हैं। मुख्य सचिव ने सबसे पहले जिन विभागों के कामकाज की समीक्षा की है। उनमें पुलिस, शहरी नियोजन और पर्यटन शामिल थे। इसके बाद परिवहन एवं वित्त, खेल, इंजीनियरिंग और शिक्षा विभाग शामिल हैं। डेढ़ साल मिलेगा कामकाज का समय
1995 बैच के आईएएस राजेश प्रसाद के पास चंडीगढ़ प्रशासन में काम करने का डेढ़ वर्ष ही है। इसके बाद वह रिटायर हो जाएंगे। अनुभव की बात करें तो इस समय चंडीगढ़ में मौजूद सीनियर आईएएस के बैच में करीब 10 साल का गैप है। चंडीगढ़ में कार्यकारी चीफ सेक्रेटरी कम सेक्रेटरी होम मनदीप सिंह बराड़ और फाइनेंस सेक्रेटरी दीप्रवा लाकड़ा दोनों वर्ष 2005 बैच के आईएएस हैं। अब तक 9 चीफ कमिश्नर, 19 एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर ने निभाई जिम्मेदारी
चंडीगढ़ के प्रशासन के लिए काम करने के लिए 9 चीफ कमिश्नर और 19 एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर काम कर चुके हैं। 1966 में एमएस रंधावा 1 नवंबर 1966 में यह पद संभाला और वह 31 अक्तूबर 1968 तक सेवा निभाकर गए। सबसे आखिरी चीफ कमिश्नर के बनर्जी ने मई 1985 तक यह पदभार संभाला। पहली बार एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर 3 जून 1984 को के बनर्जी बने और वह 30 नवंबर 1985 तक इस पोस्ट पर रहे, आखिरी में एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर नितिन कुमार यादव 1 नवंबर 2023 से लेकर 6 फरवरी 2024 तक इस पोस्ट पर रहे हैं। इसके बाद 7 फरवरी 2024 को राजीव वर्मा ने चीफ सेक्रेटरी के तौर पर पद संभाला था। इसके बाद मंदीप सिंह बराड़ के 1 नवंबर अक्तूबर से यह पद था। अब तीसरे चीफ सेक्रेटरी के तौर पर के राजेश प्रसाद आसीन होंगे। मंगलवार देर शाम चंडीगढ़ पहुंचे थे चीफ सेक्रेटरी चंडीगढ़ में चीफ सेक्रेटरी लगाए गए एच राजेश प्रसाद देर शाम ट्राईसिटी पहुंचे थे। उन्हें यहां पर गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद वह पंजाब राज भवन पहुंचे और वहां पर गर्वनर गुलाब चंद कटारिया से भेंट की है। एच राजेश प्रसाद देर शाम यहां पहुंचे थे। यहां गार्ड आफ आनर लेने के बाद वह राजभवन पहुंचे और राजपाल से भेंट कर उनकी शुभकामनाएं ली। उन्हें दिल्ली चीफ सेक्रेटरी लगाए गए राजीव वर्मा की जगह नियुक्त किया गया है। कौन हैं एच राजेश प्रसाद?
एच राजेश प्रसाद को चंडीगढ़ का नया चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे जम्मू-कश्मीर में पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (PDD) के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत थे। राजेश प्रसाद अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-यूनियन टेरिटरी (AGMUT) कैडर के 1995 बैच के IAS अधिकारी हैं। प्रसाद राजीव वर्मा की जगह लेंगे। राजीव वर्मा का 28 सितंबर को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद 2005 बैच के हरियाणा कैडर के IAS अधिकारी मनदीप बराड़ को चीफ सेक्रेटरी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। तीन प्वाइंट में राजेश प्रसाद के बारे में जानें… राजीव वर्मा दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किए बता दें कि, 28 सितंबर को राजीव वर्मा के तबादले का ऑर्डर जारी हुआ था। रविवार शाम 4:30 बजे राजीव वर्मा की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी बैठक हुई थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें दिल्ली का नया चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया। मूलरूप से यूपी के रहने वाले वर्मा को पिछले साल जनवरी में ही चंडीगढ़ प्रशासन में सलाहकार बनाया गया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें चंडीगढ़ का चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया। अगले साल उनका रिटायरमेंट है। दिल्ली भेजने के पीछे माने जा रहे ये कारण… सात साल पहले DDA में दे चुके सेवाएं : राजीव वर्मा 2017-2018 में दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) में हाउसिंग और अर्बन अफेयर्स के मुख्य आयुक्त थे। इस दौरान उन्होंने शहरी विस्तार और आवास की कमी जैसी समस्याओं का सामना किया। डीडीए के तहत उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा किया और दिल्ली के रहने वालों की जीवनशैली सुधारने के लिए कई योजनाएं लागू कीं। काम आएगा दिल्ली सरकार से जुड़ाव राजीव वर्मा का दिल्ली सरकार के साथ पुराना नाता काम आएगा। मुख्य सचिव के रूप में वे सीएम रेखा गुप्ता की अगुवाई वाली भाजपा सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। दिल्ली के मुख्य सचिव के पद पर राजनीतिक हस्तक्षेप और केंद्र-राज्य संबंधों की वजह से पहले टकराव की नौबत आती रही है। चूंकि अब दिल्ली और केंद्र में बीजेपी की सरकार है, इसलिए परेशानी नहीं आने की उम्मीद है।
चंडीगढ़ चीफ सेक्रेटरी पदभार संभालते ही एक्शन में:राजेश कुमार ने की पुलिस-शिक्षा विभाग की समीक्षा, दूसरे सचिवों से भी बैठक
