राज्यसभा उपचुनाव में कथित फर्जीवाड़े के आरोपी नवनीत चतुर्वेदी को बुधवार रात 8 बजे के बाद पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाने से रोपड़ ले गई। कल से पंजाब पुलिस थाने के बाहर डेरा डाल कर इंतजार कर रही थी। सुबह ही नवनीत के साथ पंजाब पुलिस हाईकोर्ट पहुंची थी। नवनीत की याचिका पर हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। कोर्ट ने सरकार को 4 नवंबर तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए। साथ ही नवनीत की गिरफ्तारी के आदेश भी दिए गए थे। इस बीच नवनीत की कस्टडी को लेकर रोपड़ कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया। कोर्ट ने कहा कि नवनीत चतुर्वेदी के अरेस्ट वारंट जारी कर दिए गए हैं और चंडीगढ़ की SSP कोर्ट को वारंट का पालन करना होगा। साथ ही कोर्ट ने चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाना के SHO नरेंद्र पटियाल से 4 दिन में जवाब मांगा कि नवनीत को किस आरोप में कस्टडी में रखा गया। वकील की 2 अहम बातें… नवनीत की याचिका में क्या
नवनीत ने कहा कि उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। लेकिन अब तक यह नहीं बताया गया कि कुल कितने मामले दर्ज हुए हैं। उसने कहा कि सभी मामलों की पूरी जानकारी उसे उपलब्ध करवाई जाए। चतुर्वेदी ने यह भी आरोप लगाया कि उसने जो नामांकन फॉर्म चुनाव आयोग के रिटर्निंग ऑफिसर को जमा करवाए थे, वे पहले ही लीक कर दिए गए। इसी वजह से आम आदमी पार्टी के कुछ विधायकों पर दबाव बनाकर उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर किया गया। ऐसे में इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की जरूरत है। 10 AAP विधायकों के समर्थन का दावा किया था
बता दें कि नवनीत चतुर्वेदी ने पंजाब से खाली हुई राज्यसभा सीट से नामांकन भरा था। जिसमें दावा किया कि उसे 10 AAP विधायकों का समर्थन है। जिनके उसने साइन भी दिखाए थे। हालांकि विधायकों ने इसे फर्जी करार दिया। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने केस दर्ज किया और कल (14 अक्टूबर) को उसे पकड़ने चंडीगढ़ पहुंच गई। हालांकि राज्यसभा नामांकन की वजह से उसे चंडीगढ़ पुलिस की सिक्योरिटी मिली हुई थी। इस वजह से चंडीगढ़ पुलिस ने उसे पंजाब नहीं ले जाने दिया। सुखना लेक पर चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस भिड़ीं थी
इसको लेकर सुखना लेक पर पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस आमने-सामने हो गई। दोनों तरफ से पिस्टल तक निकल गए थे। अंत में चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप सुखना लेक पहुंची और आरोपी को सेक्टर 3 के थाने ले आई। पंजाब पुलिस को भी कागजात लेकर वहां आने को कहा गया। वहीं, मंगलवार को सुखना लेक पर चंडीगढ़ पुलिस ने नवनीत को जिस गाड़ी में बैठाया था, उस पर बत्ती लगी हुई थी। नंबर प्लेट के ऊपर एक नेम प्लेट भी लगी हुई थी। जबकि आज (बुधवार) को इस गाड़ी पर कवर प्लेट है और न ही बत्ती लगी हुई। बताया जा रहा है कि यह चंडीगढ़ पुलिस की गाड़ी है जो पहले डीसीपी सेंट्रल के पास होती थी, लेकिन अब यह गाड़ी पुलिस स्टेशन 26 में रहती है। सिलसिलेवार जानिए क्या है पूरा मामला… सुखना लेक पर कल क्या हुआ…. सेक्टर-3 थाना में लंबी बातचीत चली
इसके बाद नवनीत को सेक्टर-3 के थाने में लाया गया। यहां वकीलों के साथ पंजाब पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी भी पहुंचे। शाम होते-होते यहां पंजाब पुलिस के जवानों की संख्या बढ़ा दी गई। चंडीगढ़ पुलिस ने बैरिकेडिंग के साथ थानों के गेट बंद कर दिए। लेकिन नवनीत को पंजाब पुलिस को नहीं सौंपा गया। इस बीच पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई। मगर ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। अब पढ़िए वीडियो में क्या दिख रहा इंस्पेक्टर बोले- मेरे साथ तरीके से बात करनी थी
चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस में टकराव का 1 मिनट 58 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। जिसमें चंडीगढ़ पुलिस के सेक्टर 3 के SHO नरेंद्र पटियाल गाड़ी में बैठे हैं। इसी गाड़ी में आरोपी नवनीत चतुर्वेदी भी है। इंस्पेक्टर पटियाल की गाड़ी को पंजाब पुलिस के सिविल वर्दी में आए कर्मचारियों ने घेर रखा है। इस दौरान पंजाब पुलिस के SP सिविल वर्दी में ड्राइविंग सीट की तरफ खड़े फोन पर बात कर रहे हैं। इंस्पेक्टर पटियाल कहते हैं कि मेरे साथ तरीके से बात करनी थी। इस दौरान SP और इंस्पेक्टर में बहस होने लगती है। SP ने इंस्पेक्टर को कहा- ऐसे ही गाड़ी में बैठे रहो
एसपी कहते हैं आप हमारा आदमी बिठाकर थाने चलो। इस पर पटियाल कहते हैं कि मैं क्यों थाने जाऊं। एसपी कहते हैं कि कोई बात नहीं। ऐसे भगाकर ले जाओगे, ऐसे ही गाड़ी में बैठे रहो। इस दौरान इंस्पेक्टर पटियाल को कहा जाता है कि पंजाब पुलिस का मुलाजिम अपनी गाड़ी में बिठाओ, जिसमें आरोपी है। लेकिन पटियाल इससे मना कर देते हैं। वह कहते हैं कि मुझे जहां जाना होगा, मैं वहां जाऊंगा, मैं किसी से डरता नहीं हूं। SSP कंवरदीप पहुंची, बोलीं- डॉक्यूमेंट लेकर थाने आ जाओ
पंजाब पुलिस का मुलाजिम कहता है कि इन्होंने 3 सेक्टर थाने नहीं जाना। इंस्पेक्टर पटियाल ने कहा कि क्यों नहीं जाना, इस पर पंजाब पुलिस के एसपी कहते हैं कि हमारा बंदा अंदर बिठाओ। इतनी देर में चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर पहुंच जाती हैं। वह पूछती हैं कि आरोपी वाली गाड़ी कौन सी है। इस पर पंजाब पुलिस वाले कहते हैं कि यही है। SSP कंवरदीप उन्हें कहती हैं कि अपने डॉक्यूमेंट लेकर थाने आ जाओ।
पंजाब पुलिस को नवनीत की कस्टडी मिली:चंडीगढ़ पुलिस थाने से रोपड़ ले गई, अरेस्ट वारंट जारी हुए थे; राज्यसभा उपचुनाव में फर्जीवाड़े का आरोपी
