नवरात्र के पहले दिन से ही बेगूसराय से लेकर आसपास के राज्यों में चर्चित बखरी पुरानी दुर्गा मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ने लगा है। शाम ढलते ही लोगों की भीड़ जुटने लगी और 8:00 बजते पूरा कैंपस लोगों से भर गया। बड़ी संख्या में लोगों ने संध्या पूजा की। इसके बाद बनारस से आए आचार्य की टोली की ओर से शुरू महाआरती में शामिल हुए। महाआरती का नजारा ऐसा भव्य था कि लोग वैदिक मंत्रोच्चार और महा आरती पर झूम उठे। शाम ढलते ही रंग-बिरंगी रोशनी से जब पंडाल जगमगा उठा तो लोगों को लगा कि चर्चित माता के दरबार में तिरुपति बालाजी विराजमान हो गए हैं। फिलहाल यहां बखरी, बेगूसराय और आसपास के जिले ही नहीं, बल्कि बंगाल तक से श्रद्धालु आ चुके हैं और अपने-अपने तरीके से पूजा-अर्चना कर रहे हैं। मंदिर के संबंध में कहा जाता है कि यहां देवी दुर्गा की पूजा सैकड़ों वर्षों से हो रही है, लेकिन कब से हो रही है, इसका कोई सटीक प्रमाण नहीं है। मुगल काल के पहले से ही पूजा हो रहा कहा जाता है कि मुगल काल के पहले से ही यहां मां दुर्गा की पूजा हो रही है। मध्य प्रदेश के धार नगरी के राजाओं की ओर से माता की पूजा शुरू की गई थी। तब उन परमार वंशीय राजाओं ने यहां मां दुर्गा की अष्टधातु की प्रतिमा स्थापित की थी। तभी से अनवरत पूजा-अर्चना जारी है।
नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में उमड़ी भीड़:बखरी पुरानी दुर्गा मंदिर में महाआरती में श्रद्धालु हुए शामिल, रंग-बिरंगी रोशनियों से जगमग हुआ पंडाल
