प्रशिक्षण शिविर में ब्रिगेडियर प्रभात भंडारी ने कैडेट्स को एकता और अनुशासन पर अमल करने और पढ़ाई, सोशल एवरनेस के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित किया।एवं उन्होंने मोबाइल फोन से बचने के लिए फास्टिंग के लिए मंत्र दिया।साथ ही 10 दिवसीय चलने वाले शिविर में प्रतिभागियों को अनुशासन के साथ कैंप में होने वाली गतिविधियों, वाद-विवाद, मैंप रिडिंग, ड्रिल, क्विज,सांस्कृतिक कार्यक्रमों आदि में सक्रियता के साथ भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत ने कैंडिट्स को डिजास्टर मैनेजमेंट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में हम लोग जगह जगह आपादा के बारे में सुन और पढ़ रहे हैं। इसके पीछे का मुख्य कारण जनसंख्या, प्रकृति के साथ छेड़छाड़, शहरीकरण एवं अनप्लांनड योजनाएं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से डिस्टेस्टर मैनेजमेंट के लिए 50 एनसीसी कैडेट्स को अगले 07 दिनों में परिक्षण दिया जाएगा, उन्होंने कैडेट्स से अपील की कि मन लगाकर प्रशिक्षण प्राप्त करें।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण उपरांत इमरजेंसी रिस्पांस किट सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा।
इस दौरान कर्नल गौरव प्रसाद नौगियान, मास्टर ट्रेनर मनोज कंडियाल प्रताप, एएनओ, एनसीसी टीचर ,बटालियन के सैन्य अधिकारी, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापक, एनसीसी अधिकारी उपस्थित रहे।