बांका में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत बड़ी सक्रियता के साथ तैयारियों का दौर जारी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) द्वारा शनिवार, 26 सितंबर को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भैरगंज में आशा व ग्रामीणों के बीच प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व चंदन चिकित्सा प्रभारी डॉ. आशीष कुमार ने किया। प्रशिक्षण में बीसीएम संजय कुमार एवं प्रखंड प्रसार प्रशिक्षक संजय कुमार ने 6 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाली कुष्ठ खोजी अभियान के लिए आशा व ग्रामीण पुरुषों को तैयार किया। बीसीएम संजय कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित ‘नारी स्वास्थ्य, सशक्त परिवार’ अभियान की भांति इस अभियान को भी स्थानीय स्तर पर और अधिक प्रभावशाली बनाया जाना चाहिए। प्रखंड प्रसार प्रशिक्षक संजय कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कुष्ठ रोग के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान करना,रोग से जुड़े सामाजिक कलंक को दूर करना, समय रहते रोगियों को नि:शुल्क उपचार केंद्रों से जोड़ना,विकलांगता की रोकथाम करना और समुदाय में इस रोग व उसके इलाज के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने आगे कहा कि चिह्नित क्षेत्रों में दौरा कर रोगियों की पहचान की जाएगी, और आशा कार्यकर्ता (महिला) व ग्रामीण पुरुषों को इस भूमिका में शामिल किया जाएगा। चिह्नित रोगियों को अस्पताल भेजा जाएगा ताकि उन्हें समय रहते इलाज मिल सके। इस तरह, भारत को कुष्ठरोग मुक्त बनाने की दिशा में एक कदम और बढ़ाया जा सकेगा। इस अवसर पर दर्जनों आशा कार्यकर्ता और ग्रामीण पुरुष उपस्थित थे, जिन्होंने प्रशिक्षण का पूरी गंभीरता से अनुसरण किया और कार्यक्रम को सफल बनाने की सहमति जताई।
बांका में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बैठक:आशा और ग्रामीणों को दी गई जानकारी, चिकित्सा प्रभारी रहे मौजूद
