KGMU नर्सिंग अफसर बोली-मैं सुसाइड करने वाली थी:पहली बार उसका चेहरा देखकर सन्न रह गई, कानपुर के फर्जी जज ने 60 लाख ठगे

KGMU नर्सिंग अफसर बोली-मैं सुसाइड करने वाली थी:पहली बार उसका चेहरा देखकर सन्न रह गई, कानपुर के फर्जी जज ने 60 लाख ठगे
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विष्णु ने मेरे पापा से मेरा नंबर लेकर कॉल किया। बोला- मैंने मैट्रिमोनियल साइट पर एड देखा था और मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। मैं सिविल जज हूं। पहले आजमगढ़ में था अब सीतापुर में हूं। मैंने कहा-तुम्हें तो किसी ऑफिसर से शादी करनी चाहिए, मुझसे क्यों करना चाहते हो? जिस पर उसने कहा कि यह मेरी मर्जी है। मैंने उसकी मैट्रिमोनियल साइट फोटो देखी तो मुझमे भी वह अच्छा लगा था। लेकिन जब मैंने उसे देखा शॉक रह गई, वह अपनी फोटो से बिल्कुल इतर था, कुछ देर के लिए मुझे कुछ समझ ही नहीं आया। ये कहना है लखनऊ KGMU की नर्सिंग ऑफिसर का। जिसे कानपुर के युवक ने जज बनकर शादी का झांसा दिया। इसके बाद ठगी की। हालांकि पुलिस ने आरोपी को 15 सिंतबर को पकड़ लिया। नर्सिंग ऑफिसर ने दैनिक भास्कर एप टीम से बातचीत की और अपना दर्द बयां किया। बताया कि कैसे युवक ने ठगा? किस तरह उससे फोन पर बात करता था? कैसे उसे अपने जाल में फंसाया? अब जानिए पूरा मामला लखनऊ की रहने वाली युवती KGMU में नर्सिंग ऑफिसर है। नर्सिंग ऑफिसर ने बताया था कि पिता ने उनकी शादी के लिए मेट्रोमोनियल साइट पर फरवरी 2025 में विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देखकर एक युवक ने मेरे पिता से संपर्क कर खुद को आजमगढ़ में तैनात जज वाराणसी निवासी अंशुमान विक्रम सिंह बताया था। उसने बताया कि वह वर्तमान में आजमगढ़ में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के रूप में कार्यरत है। उसने अपनी बातों से पिता को इंप्रेस कर, मेरा नंबर हासिल कर लिया। जज होने के कारण मैंने भी उसका बायोडाटा देखा और शादी के लिए हामी भर दी। एक करोड़ की लग्जरी कार खरीदने का दिया झांसा
युवती ने बताया- मेरे पास जुलाई की शुरुआत में फोन आया। उसने खुद को अंशुमान विक्रम सिंह ACJ (JD) सीतापुर बताया था। चूंकि, शादी तय थी इसलिए दोनों में बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। बातचीत के दौरान नर्सिंग ऑफिसर का भरोसा जीता, फिर जुलाई के आखिरी सप्ताह में 1 करोड़ की लग्जरी कार खरीदने की बात बताई। खुद को न्यायिक अधिकारी होने का हवाला देते हुए कहा कि अगर एक करोड़ की गाड़ी खरीदी और पैसों का हिसाब नहीं दे पाया तो फंस जाऊंगा। झांसे में आकर नर्सिंग ऑफिसर उसे सैलरी से सेविंग की गई 15 लाख रुपए देने को तैयार हो गई। उसने एक करोड़ का लोन कराने को कहा और यह भी भरोसा दिलाया कि वह जल्द ही लौटा देगा। मैं राजी हो गई। कानपुर बुलाया पैसा लेने के लिए
नर्सिंग ऑफिसर के मुताबिक फर्जी जज ने लखनऊ के सीमांत अग्रवाल नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया। उसने नर्सिंग अफसर से पूरी रकम अकाउंट से निकाल कर नकदी रखने को बोला। युवती ने बताया कि उसने अकाउंट से 30 जुलाई को 13 लाख रुपए और 4 अगस्त को 1 लाख रुपए कैश निकाल लिया। रक्षाबंधन वाले दिन 9 अगस्त 2025 को सीमांत अग्र‌वाल लखनऊ में उसके घर आया। उसने आवश्यक डॉक्यूमेंट्स लिया। इसके बाद इंडियन बैंक और आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट में कुल 44 लाख 54 हजार रुपए आ गए। नर्सिंग ऑफिसर को रेव-थ्री मॉल ले गया था शातिर
नर्सिंग ऑफिसर ने बताया- 1 सितंबर को 6 लाख, 4 सितंबर को 20 लाख और 4 सितंबर को 19.50 लाख रुपए निकाला। युवती ने बताया कि 7 सितंबर को वह 59.50 लाख रुपए लेकर कानपुर पहुंच गई। जब मैंने उसे देखा तो शॉक्ड रह गई। क्योंकि मैट्रिमोनियल साइट पर दूसरी फोटो थी और युवक कोई और था। उसने कहा- चलो रेव थ्री मॉल में मूवी देखते हैं। मॉल के बाहर ही उसने अपनी कार खड़ी कर दी। हालांकि मेरे रुपए से भरा बैग उसी में रह गया। मूवी देखने के दौरान मुझे घबराहट होने लगी। लगभग 20 मिनट बाद ही मैं मूवी हॉल से बाहर आ गई। युवक पहुंचा और बोला कि मैं कार लेकर आता हूं। लेकिन एक घंटे तक नहीं आया। कभी जाम तो कभी कुछ और बहाना बनाता रहा। थोड़ी देर में ही फोन स्विच ऑफ कर दिया। मैं रात भर कानपुर सेंट्रल पर रुकी थी
नर्सिंग अफसर ने बताया, मैं रात भर कानपुर सेंट्रल पर रुकी, वहां से सुबह घर गई। मैं कुछ दिनों तक तो शॉक्ड रहीं कि ये क्या हो गया मेरे साथ। मेरी सेविंग 15 लाख शातिर ले गया, इसके साथ ही 45 लाख का मेरे ऊपर कर्ज हो गया। मैं सोच रही थी कि कहा से यह लोन चुकाऊंगी। मैं घर पहुंच कर सिर्फ रो ही रही थी। मैंने सुसाइड के बारे में भी सोच लिया। मेरे घर के नीचे पुलिस वाले एक भैया रहते थे। मैंने उनकी वाइफ को फोन कर बताया। इसके बाद भैया मेरे घर आए, जिसके बाद मैंने पूरी जानकारी दी। इसके बाद कर्नलगंज थाने 60 लाख रुपए ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 15 सितंबर को पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ा कानपुर सेंट्रल डीसीपी श्रवण कुमार सिंह ने सोमवार को मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया- जब ​​​​​​​ पुलिस की टीम आरोपी के नवाबगंज स्थित घर पहुंची तो आरोपी ने 2 कुत्तों को छोड़ दिया। पुलिस टीम किसी तरह अंदर पहुंची। आरोपी विष्णुशंकर गुप्ता और पूर्व पत्नी आयुषी घर में ही मिले। दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की 3 घंटे की पूछताछ में आरोपी कुछ नहीं बोले। पुलिस ने जब गधे पर बैठाकर मोहल्ले में घुमाने और मुनादी कराने की बात कही, तब घर में रखे 25 लाख रुपए और दूसरी जगह रखे 17.50 लाख रुपए बरामद कराए। पुलिस ने बताया कि 10 से अधिक लड़कियों व महिलाओं को वह कभी आईएएस तो कभी आईपीएस बनकर ठग चुका है। एक युवती तो सुसाइड कर चुकी है। पुलिस ने बताया कि विष्णुशंकर ने अपनी पत्नी आयुषी को भी ठगा था। लेकिन बाद में उसने आयुषी से शादी कर ली। दोनों के बीच तलाक हो चुका है लेकिन मिलकर ठगी का धंधा करते थे। ——————— ये खबर भी पढें:- दिशा पाटनी के घर 15 गोलियां, 7 दीवार में धंसी;हमले से पहले पॉर्सल बॉय बनकर फोन किया; पिता बोले- लेटकर जान बचाई एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग के 5 दिन बाद एक और CCTV मिला है। इसमें 1-1 करके 15 गोलियां चलने की पुष्टि हुई है। 7 गोलियां फोरेंसिक टीम को दिशा के घर की दीवार पर धंसी हुई मिली हैं।​​​​​​​ पढ़िए पूरी खबर


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