मधुबनी के जयनगर अनुमंडल में कमलानदी उफान पर है। नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश के कारण रविवार को नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। जलस्तर में तेजी से वृद्धि के कारण तटवर्ती इलाकों के निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घरों और खेतों में घुसने लगा है। डोड़वार पंचायत के डोड़वार, ब्रह्ममोतर, छड़की और टेढ़ा गांव सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इन गांवों में नदी का पानी सड़कों, आंगनों और खेतों में भर गया है। कई परिवार अपने घरों से सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं, जबकि ग्रामीण अपने मवेशियों और आवश्यक सामानों को ऊंचे स्थानों पर ले जा रहे हैं। कई खेतों में लगी फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारी तटबंधों की लगातार निगरानी कर रहे हैं। कमजोर पाए गए स्थानों पर बालू भरे बोरे रखकर उन्हें मजबूत किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, कमला पुल के सभी सातों फाटक खोल दिए गए हैं, ताकि जल प्रवाह बाधित न हो और नदी पर दबाव कम हो सके। बांध के पास बसे गांव में बढ़ाई गई गश्ती प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, अफवाहों पर ध्यान न देने और नदी किनारे जाने से बचने की अपील की है। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है। साथ ही, तटबंधों के पास बसे गांवों में लगातार गश्ती बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। स्थानीय ग्रामीणों ने चिंता व्यक्त की है कि यदि बारिश इसी तरह जारी रही तो स्थिति और भयावह हो सकती है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और राहत तथा सहायता की पूरी व्यवस्था की जा रही है।
कमलानदी खतरे के निशान से ऊपर, 30 सेमी बढ़ा जलस्तर:नेपाल में भारी बारिश के कारण सभी 7 फाटक खोले, जयनगर के गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
