पंजाब के लुधियाना में नवजात को बेचने के आरोप में महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के तीन सप्ताह बाद दुगरी पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया है, हालांकि अभी तक इस केस में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। कथित खरीदार के एक रिश्तेदार ने शिशु को सौंप दिया। बच्चा अब अपने दादा निवासी शहीद भगत सिंह नगर के गजराज सिंह की देखरेख में सुरक्षित है। रीता का दावा था मृतक बच्चा हुआ पैदा इस घटना ने मां की ममता को भी शर्मसार कर दिया है। जुलाई महीने में गजराज सिंह की बहू रीता ने कथित तौर पर एक बच्चे को जन्म दिया, जबकि उनके पति सनी (29 वर्ष) आगरा में एक अस्पताल में भर्ती था। रीता ने दावा किया कि बच्चा मृत पैदा हुआ था और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया, और उसने यह चौंकाने वाली खबर अपने बीमार पति से छुपा कर रखी। दुख की बात है कि अगले दिन सनी का निधन हो गया, जिससे परिवार शोक में डूब गया। 2.5 लाख रुपए में बेचने की रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा गजराज सिंह को तब संदेह हुआ जब उन्हें सनी के फोन पर रीता और आशा कार्यकर्ता रेणु के बीच नवजात शिशु को 2.5 लाख रुपए में बेचने के बारे में बातचीत की रिकॉर्डिंग मिली। जानकारी के आधार पर दुगरी पुलिस ने 14 सितंबर को रीता उसकी मां प्रेमा देवी, आशा कार्यकर्ता रेणु और निजी अस्पताल के कर्मचारी राम कुमार के खिलाफ BNS अधिनियम की धारा 143(4) (18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे की तस्करी) और 61(2) (आपराधिक साजिश) के तहत एफआईआर दर्ज की। कोर्ट ने रेणु की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। दुगरी पुलिस के SHO इंस्पेक्टर गुलजिंदरपाल सिंह सेखों ने पुष्टि की कि नवजात शिशु को बरामद कर उसके दादा को सौंप दिया गया है, लेकिन उन्होंने कहा कि आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने मामले में कथित खरीदार का नाम भी दर्ज किया है।
लुधियाना में मां ने बेच दिया नवजात:ढाई लाख में किया था सौदा, ससुर से कहा- मृतक बच्चा हुआ पैदा; 3 सप्ताह बाद बरामद
