औरंगाबाद में बदमाशों ने इंजीनियरिंग के एक छात्र का अपहरण कर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। पिता से फिरौती के तौर पर 5 लाख रुपए की डिमांड की। इसके बाद अधमरे हालात में घर से 15 किलोमीटर दूर सड़क किनारे झाड़ी में फेंक दिया। बदमाशों ने अंबा थाना क्षेत्र के बभंडी-चिल्हकी गांव के बीच से अपहरण किया था। छात्र को डायल 112 की टीम ने नबीनगर के मांझियांवा गांव से गुरुवार की सुबह बरामद किया। पहले रेफरल अस्पताल में एडमिट कराया। वहां से डॉक्टरों ने सदर अस्पताल भेज दिया। मेरे फोन से पापा को कॉल किया पीड़ित की पहचान टंडवा थाना क्षेत्र के डुमराही निवासी उदय पाल के पुत्र ऋतुराज पाल(25) के तौर पर हुई है। पिता पोर्ट ब्लेयर में एक सीमेंट फैक्ट्री में काम करते हैं। ऋतुराज ने बताया कि थर्ड ईयर का स्टूडेंट हूं। 27 सितंबर को गयाजी के पंत नगर स्थित रिमू इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक कॉलेज में रजिस्ट्रेशन कराने गया हुआ था। रात्रि में ही गांव लौट आया था। 28 की सुबह अपने गांव से अंबा जा रहा था। रास्ते में उल्टी होने पर बभंडी और चिल्हकी गांव के पास बस से उतर गया। इस दौरान मैंने सोचा कि औरंगाबाद जाकर एक मोबाइल खरीद लूं। उसके बाद जेल में बंद भाई से मिलने जाएंगे। उसी समय एक स्कॉर्पियो मेरे पास आकर रूकी। गाड़ी में चार लोग सवार थे। उसमें से एक ने मेरा नाम लेते हुए हालचाल पूछा। जेल में बंद छोटे भाई के बारे में जानकारी लेते हुए मुझे गाड़ी में बिठा लिया। थोड़ी देर बाद पीछे बैठे एक व्यक्ति ने मुझे कुछ सूंघा दिया। उसके बाद कोई होश नहीं रहा। जब होश में आया तो देखा कि उसे एक ऐसे कमरे में बंद किया गया है, जहां मवेशियों का चारा रखा हुआ था। पूरा शरीर दर्द कर रहा था। जिन लोगों ने मुझे उठाया था, होश में आने के बाद मेरे फोन से पिताजी को कॉल करके पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके बाद मुझे पीटने लगे। एक बार फिर कुछ सूंघा दिया गया, जिससे मैं बेहोश हो गया। जब होश में आया तो खुद को एक जगह फेंका पाया गया। टंडवा पुलिस ने मुझे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया।
औरंगाबाद में अगवा कर इंजीनियरिंग के स्टूडेंट की पिटाई:गंभीर हालत में घर से 15 KM दूर फेंका, पिता से फोन करके मांगी थी 5 लाख की फिरौती
