गोरखपुर: गोरखपुर एयरपोर्ट का नाम अब बदलकर ‘महायोगी गुरु गोरखनाथ हवाई अड्डा’ रखा जाएगा। सोमवार को एयरपोर्ट की सलाहकार समिति की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई। इसके साथ ही, एयरपोर्ट परिसर में गुरु गोरक्षनाथ की भव्य प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। सांसद रवि किशन शुक्ला की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एयरपोर्ट के विकास, आधुनिकीकरण और यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने पर गहन चर्चा हुई।
हवाई अड्डे का नया नाम और पहचान
सांसद रवि किशन शुक्ला ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गोरखपुर एयरपोर्ट केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल की पहचान है। उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने का संकल्प दोहराया। इस दौरान, हवाई अड्डे का नाम बदलकर ‘महायोगी गुरु गोरखनाथ हवाई अड्डा’ करने और परिसर में गुरु गोरक्षनाथ की प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने अपनी सहमति दी। यह कदम गोरखपुर और पूर्वांचल की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विकास और यात्री सुविधाओं का विस्तार
एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण के लिए कई अहम प्रस्ताव रखे गए। इनमें नए टर्मिनल भवन का निर्माण, एमईएस संरचनाओं का रिलोकेशन और एप्रन एक्सटेंशन कार्यों को समय पर पूरा करना शामिल है। बैठक में यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी कई सुझाव दिए गए, जिनमें एयरपोर्ट परिसर में गीता प्रेस की दुकान खोलना, हाईवे पर यात्री शेड और पीने के पानी की व्यवस्था, मुख्य द्वार का सौंदर्यीकरण और बड़े एलईडी बोर्ड पर एयरपोर्ट का नाम प्रदर्शित करना शामिल है।