गैंगस्टर मां को पापा ने गोली मारी, मुझसे कहा-चुप रहना:यूपी में 11 साल की बेटी बोली- हत्या कर फ्लैट के बाहर घूमते रहे

गैंगस्टर मां को पापा ने गोली मारी, मुझसे कहा-चुप रहना:यूपी में 11 साल की बेटी बोली- हत्या कर फ्लैट के बाहर घूमते रहे
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‘मम्मी मुझे स्कूल भेजने के लिए तैयार कर रही थीं। अचानक पापा आए और पासपोर्ट मांगने लगे। पापा ने मम्मी का गला पकड़ लिया। वो चिल्लाई…फिर पापा ने पिस्टल निकाल ली और गोली चला दी।’ गाजियाबाद पुलिस को यह बात 11 साल की बच्ची ने बताई। वो लेडी गैंगस्टर रूबी चौधरी (34) की छोटी बेटी और मर्डर केस की इकलौती चश्मदीद गवाह है। सोसाइटी के CCTV में पुलिस को रूबी के पति विकास दिखा। कत्ल के बाद वो फ्लैट से बाहर निकलता है। 10 मिनट तक लॉबी में टहलता रहता है। फिर लिफ्ट से नीचे आने के बाद अपने दोस्त को फोन करता है। 30 मिनट बाद दोस्त गाड़ी लेकर आता है। विकास उसकी कार में बैठकर चला जाता है। विकास 9वीं फ्लोर पर रहता था। फिलहाल पुलिस के पास विकास की लोकेशन नहीं है। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। पुलिस की 3 टीमें अलग-अलग लोकेशन पर उसकी तलाश कर रही हैं। दरअसल, विकास और रूबी दोनों मोदीनगर थाने के गैंगस्टर थे। रूबी के छोटे भाई का मर्डर 2019 में हुआ था। जिसका बदला 2020 में रूबी ने कॉन्ट्रैक्ट किलर के जरिए लिया था। लेकिन, रूबी को ये अंदाजा नहीं रहा होगा कि जिस पति विकास पर वो अपने भाई की हत्या का बदला लेने का दबाव बना रही थी, वही उसको मौत के घाट उतार देगा। 34 साल की रुबी चौधरी के गैंगस्टर बनने की भी एक कहानी है, जो केस से जुड़े पुलिस अफसरों से बात करके क्लियर हुई। पहले क्राइम सीन जानिए वॉशरूम से बेडरूम तक खून ही खून फैला था
गाजियाबाद के नंदग्राम में अजनारा इंटीग्रिटी सोसाइटी पॉश बिल्डिंग है। यहां रुबी और विकास का नौंवें फ्लोर पर 2 कमरों का फ्लैट है। घर में 13 और 11 साल की 2 बेटियां भी हैं। 14 अक्टूबर की सुबह 7.30 बजे रूबी अपनी बेटी को तैयार करके स्कूल छोड़ने गई थी। वापस आने के बाद छोटी बेटी को स्कूल के लिए तैयार कर रही थी। मर्डर 7.30 से 7.55 बजे के बीच हुआ। जब पुलिस इस फ्लैट में पहुंची, तो वॉशरूम से बेडरूम की तरफ खून के निशान थे। इन्हें देखकर लगा कि लाश को यहां से खींचकर बेडरूम में ले जाया गया है। खून के निशानों को साफ भी किया गया था। कमरे के अंदर पुलिस को बॉडी औंधे मुंह पड़ी मिली थी। गोली लगने का गले पर निशान था। घर का सामान बहुत ज्यादा बिखरा हुआ नहीं था। चश्मदीद 11 साल की बेटी के बयान… पुलिस- क्या पापा मम्मी में अक्सर झगड़े होते थे?
बेटी- पापा-मम्मी के बीच करवाचौथ वाले दिन भी झगड़ा हुआ था। पापा ने शराब पी थी, मम्मी को बहुत पीटा था। पापा लॉबी में आए तो बहुत गुस्से में थे। कह रहे थे- तुम दोनों आवाज मत निकालना। हम दोनों खामोश होकर बैठे रहे थे। पुलिस- आज घर में क्या हुआ था?
बेटी- सुबह पापा-मम्मी के बीच झगड़ा हुआ था। मैं कमरे से बाहर आई, तो दोनों झगड़ रहे थे। मैं टीवी देखने लगी। इसी बीच मम्मी मुझे स्कूल के लिए तैयार करने लगी। फिर वो वॉशरूम की तरफ जा रही थी। पापा पीछे से आए और मम्मी पर गोली चला दी। खून बहने लगा, वो वहीं पर गिर गईं। पुलिस- बेटा जब हम आए, तो मम्मी की बॉडी बेडरूम में थी?
बेटी- पापा पैर पकड़कर मम्मी को खींचकर कमरे के अंदर ले गए थे। फिर पापा मेरे पास आए और बोले कि किसी को कुछ मत बताना। इसके बाद वो कमरे से बाहर चले गए। रूबी चौधरी गाजियाबाद के मोदीनगर के तिबड़ा गांव की रहने वाली थी। परिवार में 2 बहन और 1 भाई में वो सबसे बड़ी थी। उसके पिता की बीमारी से मौत हो चुकी है। रूबी की 14 साल पहले मेरठ के दौराला के मछरी गांव में रहने वाले विकास से शादी हुई। शादीशुदा जिंदगी में सब कुछ सही चल रहा था। लेकिन, कहानी में यूटर्न 2019 में आया। रूबी के छोटे भाई दीपेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या का आरोप अक्षय सांगवान पर लगा। दीपेंद्र और अक्षय के पिता, दोनों की शराब ठेके के पास कैंटीन थी। इसी को लेकर उनमें विवाद था। नामजद रिपोर्ट होने पर अक्षय को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था। उसी समय दीपेंद्र की बहन रूबी ने कसम खाई- मैं अक्षय को मारकर अपने भाई की हत्या का बदला लूंगी। रुबी ने अपने भाई दीपेंद्र चौधरी उर्फ दीपेश का नाम भी अपने हाथ पर लिखवाया था। रूबी सोचती थी कि जब मेरा छोटा भाई नहीं रहा, तो मैं करोड़ों की प्रॉपर्टी का क्या करूंगी? वो मां अरुणा से ये सब कहती थी। कई बार रुबी ने अपने पति विकास चौधरी से भी कहा कि तुम या तो मेरे भाई की हत्या करने वाले अक्षय सांगवान को ठिकाने लगवाओ, नहीं तो मैं खुद बदला लूंगी। अब अक्षय के मर्डर की कहानी… 24 अगस्त, 2020 को गाजियाबाद के मोदीनगर के तिबड़ा रोड पर अक्षय सांगवान की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप रूबी चौधरी और उसके पति विकास पर लगा। इसमें 2 आरोपी विकास और उसके साथी ने दिल्ली में एक अन्य मामले में सरेंडर कर दिया था। तीसरे आरोपी अश्वनी ने गाजियाबाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। हत्या की FIR में विकास की पत्नी रूबी समेत कुल 8 आरोपियों के नाम थे। अक्षय की हत्या की साजिश रूबी ने बदला लेने के लिए रची थी। इसके लिए उसने शूटरों को 60 लाख की सुपारी दी थी। इसके बाद रूबी फरार हुई और गाजियाबाद पुलिस ने उस पर 15 हजार का इनाम घोषित किया। 8 सितंबर, 2020 को मोदीनगर पुलिस ने रूबी चौधरी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। जेल से आई, तो पुलिस ने गैंगस्टर बनाया
रूबी चौधरी डेढ़ साल तक जेल में रही, जबकि उसका पति और अन्य शूटर 2 साल जेल में रहे। 2023 में पुलिस ने रूबी चौधरी और उसके पति विकास पर गैंगस्टर एक्ट में केस दर्ज किया। इस केस की विवेचना मुरादनगर थाने से हुई। इसके बाद फिर से पति-पत्नी को अरेस्ट कर जेल भेजा गया। इस समय दोनों जमानत पर बाहर चल रहे थे। इसके बाद घर की करोड़ों रुपए की जमीन, मकान और सारा हक रूबी अपना समझती थी। भाई की हत्या के बाद घर की जमीन दोनों बहनों और मां के नाम पर हो गई थी। रूबी ने 2024 में 18 करोड़ से ज्यादा की पुश्तैनी जमीन बेची थी। जमीन के रुपए को लेकर दोनों बहनों के बीच झगड़ा भी हुआ था। 3 महीने पहले मोदीनगर थाने में मामला पहुंचा था। मां अरुणा ने भी रूबी पर आरोप लगाए थे। रूबी ने अपने मायके और ससुराल से दूर अजनारा सोसाइटी में फ्लैट लिया और यहीं पर पति और दोनों बेटियों के साथ रहने लगी। विकास और रूबी दोनों पर मुकदमे हैं… DCP ने कहा- विकास को जल्द अरेस्ट कर लेंगे
DCP सिटी धवल जायसवाल ने कहा- शव को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया है। अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। क्राइम स्पॉट को सील किया गया है। सोसाइटी के CCTV देखे गए हैं। विकास नजर आया है। बच्ची के बयान लेने के बाद अब हम जांच को आगे बढ़ा रहे हैं। 3 टीमें विकास को ढूंढ रही हैं। हम उसको जल्द पकड़ लेंगे।
…………………. ये खबर भी पढ़ें : गाजियाबाद में गैंगस्टर पत्नी को वॉशरूम में गोली मारी, बेटी के सामने लाश खींचकर लाया गाजियाबाद में गैंगस्टर पति ने गोली मारकर गैंगस्टर पत्नी की हत्या कर दी। उसने वॉशरूम में पत्नी को गोली मारी। फिर लाश खींचकर कमरे में डाल दी। इसके बाद भाग गया। वारदात के वक्त 11 साल की बच्ची दूसरे कमरे में थी। पढ़िए पूरी खबर…


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