नेपाल में लगातार हो रही बारिश का असर पूर्वी चंपारण के सीमावर्ती क्षेत्रों में दिखने लगा है। मोतिहारी से गुजरने वाली नदियां उफान पर हैं। इनमें से सिकरहणा नदी सुगौली प्रखंड क्षेत्र में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मंगलवार को नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण सुगौली थाना क्षेत्र की सुकुर पाकड़ पंचायत के चिलझपटी के पास राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच-28ए) पर बाढ़ का पानी फैल गया, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। एक घंटे तक सड़क जाम इस स्थिति से आक्रोशित ग्रामीणों ने लगभग एक घंटे तक सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने चार पहिया और भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी, जिससे सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई। राहगीरों और यात्रियों को घंटों तक असुविधा का सामना करना पड़ा। सूचना मिलने पर सुगौली के अंचल अधिकारी (सीओ) मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों के लिए जल्द ही नाव की व्यवस्था की जाएगी, ताकि लोगों को आवागमन में सुविधा मिल सके। हालांकि, महिलाओं ने चेतावनी दी कि जब तक नाव और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जातीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। आश्वासन देकर शांत हो जाता है प्रशासन ग्रामीणों का आरोप है कि हर साल बाढ़ के कारण गांवों का संपर्क टूट जाता है, लेकिन प्रशासन केवल आश्वासन देकर शांत हो जाता है। उन्होंने मांग की है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज़ी से शुरू किए जाएं और स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि उनकी समस्याओं की अनदेखी की गई तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।
बाढ़ पीड़ितों ने एक घंटे तक किया सड़क जाम:मोतिहारी में सिकरहणा नदी उफनाई, ग्रामीण बोले-आश्वासन देकर शांत हो जाता है प्रशासन
