औरंगाबाद में भैंस चराने निकले ट्रैक्टर चालक की सोन नदी में डूब कर मौत हो गई। मृतक की पहचान वार्ड संख्या-8 नालबंद टोली निवासी जनार्दन यादव के बेटे 45 वर्षीय सुरेंद्र यादव के रूप में की गई। सुरेंद्र पेशे से ट्रैक्टर चालक थे और अक्सर अपने मवेशियों को नदी किनारे चराने ले जाते थे। मंगलवार की सुबह लगभग 10 बजे वे अपनी भैंसों को चराने सोन नदी की ओर गए थे। जहां उनका पैर फिसल गया और वह नदी में जा गिरे। गहराई अधिक होने के कारण डूबकर उनकी मौत हो गई। संध्या करीब 7 बजे भैंसें तो स्वयं घर लौट आईं, लेकिन सुरेंद्र यादव वापस नहीं पहुंचे। जब काफी देर तक वे घर नहीं लौटे तो परिजनों और आस-पास के लोगों को चिंता हुई। उनके भतीजों समेत कई लोग रात में ही उनकी खोजबीन में जुट गए, लेकिन कोई पता नहीं चला। बुधवार की सुबह करीब 4 बजे से फिर खोज शुरू की गई। सुबह लगभग 8 बजे स्थानीय लोगों ने नदी के पानी में एक शव को उपलाते देखा। पास जाकर पहचान की गई तो वह सुरेंद्र यादव का शव था। घटना दाउदनगर की है। दो बेटियां के सिर से उठा पिता का साया घटना की सूचना दाउदनगर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को नदी से बाहर निकलवाया। इसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। थानाध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। प्रथम दृष्टया मामला डूबने से हुई मृत्यु का प्रतीत होती है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। सुरेंद्र यादव अपने पीछे दो छोटी बच्चियों को छोड़ गए हैं, जो कादरी मध्य विद्यालय में पढ़ाई करती हैं। उनके निधन से पूरे मोहल्ले में शोक की लहर है।
सोन नदी में डूब कर ट्रैक्टर चालक की मौत:मवेशी चराने के लिए नदी किनारे गए थे, 15 घंटे के बाद मिली लाश
