राजस्थान के जैसलमेर में बस अग्निकांड का शिकार 20 लोगों की पहचान के लिए डीएनए सैंपलिंग शुरू हो गई है। अपनों की तलाश कर रहे परिवारों के दो मेंबर्स के सैंपल लिए जा रहे हैं। डीएनए सैंपलिंग के लिए जोधपुर के महात्मा गांधी और जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल में अरेंजमेंट किए गए हैं। इससे पहले मंगलवार देर रात 19 शवों को जैसलमेर से जोधपुर लाया गया। इनमें एक पोटली भी थी, जिसमें केवल हडि्डयां थीं। वहीं, एक व्यक्ति की डेडबॉडी पहले से ही जोधपुर में थी। दरअसल, मंगलवार दोपहर 3.30 बजे जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर एसी स्लीपर बस में आग लग गई थी। हादसे में 20 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि शव बस की बॉडी पर चिपक गए। कुछ लोग जलकर कोयले जैसे हो गए। मरने वालों में एक पत्रकार राजेंद्र चौहान भी है। हादसे में एक ही परिवार के 5 लोगों की भी मौत हुई है। अग्निकांड में 15 लोग 70 प्रतिशत तक झुलसे भी हैं। घायलों में एक कपल भी है, जो प्री-वेडिंग शूट कराकर जोधपुर लौट रहा था। अब पढ़िए- अग्निकांड के बड़े अपडेट 1. बस में पटाखे होने का अंदेशा: स्लीपर बस में आग लगने के कारणों को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे है। सबसे पहले बस में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की बात सामने आई थी। इसके बाद एसी का कम्प्रेशर पाइप फटने से आग लगने का दावा था। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि बस की डिग्गी पटाखों से भरी थी, इस कारण आग भड़की। 2. मृतकों को 2 लाख, घायलों को 50 हजार की मदद: जैसलमेर बस हादसे में प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवार को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट की है, जिसमें लिखा- राजस्थान के जैसलमेर में हुई दुर्घटना से हुई जान-माल की हानि से मन व्यथित है। 3. मंत्री बोले- कुछ लोग खाक हो गए: गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया- पीछे से धमाके की आवाज आई। हमें लग रहा है एसी का कंप्रेशर फट गया। गैस और डीजल के साथ मिलकर बहुत भीषण आग लगी। एक ही दरवाजा था। इसलिए लोग फंस गए। आगे की सीट वाले निकल गए। बस से जो बॉडी निकाली जा सकीं, आर्मी ने निकाल लीं। जो बिल्कुल ही खाक हो गए, उनका कहा नहीं जा सकता। अब देखिए- हादसे की PHOTOS… बस अग्निकांड से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… आग का गोला बनी बस, हाथ जोड़कर यात्री बोले-बचा लो:ग्रामीण पानी के टैंकर लेकर दौड़े, रोती रहीं महिलाएं; देखें हादसे की 13 PHOTOS 5 दिन पहले खरीदी थी बस, आग का गोला बनी:275-किमी ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 16 घायलों को जैसलमेर से जोधपुर भेजा, एक की रास्ते में मौत क्यों मौत की वजह बन जाती हैं स्लीपर बस?:पतली गैलरी हादसे के वक्त भागने का मौका नहीं देती, चीन 13 साल पहले कर चुका बैन आग लगते ही लॉक हो गया था बस का दरवाजा:चश्मदीद बोला-आर्मी ने JCB से गेट तोड़ा, अंदर लाशें थीं; नॉर्मल बस AC में मॉडिफाई थी खबर के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
जिंदा जले 20 लोगों की पहचान के लिए DNA-सैंपलिंग शुरू:जैसलमेर बस अग्निकांड: सभी शव जोधपुर लाए गए, कोयला बने, एक पोटली में केवल हडि्डयां
