भारतीय सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले पर जवाब देना अनिवार्य था। भारत की सेनाओं ने पहले से इसको लेकर तैयारी कर ली थी। घई ने UNTCC सम्मेलन में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में 32 देशों के सैन्य अध्यक्षों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हमले का जवाब देर से दिया गया, लेकिन यह सोच-समझकर लिया गया कदम था। उन्होंने कहा कि सेना ने कई एजेंसियों के साथ मिलकर इसकी योजना बनाई थी। अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने हमला किया था। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला किया जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। आर्मी चीफ ने पूरी छूट दी थी घई ने बताया कि 22 अप्रैल से 6-7 मई तक सेना ने सीमा पर सतर्कता बढ़ाई थी। एयर डिफेंस और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरणों को सीमा पर तैनात किया गया। आर्मी चीफ ने पूरी छूट दी थी कि कैसे और कब हमला किया जाए। ‘जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवाद के कारण 15,000 से ज़्यादा नागरिक मारे गए’ राजीव घई ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में यह समस्या 80 के दशक के अंत में शुरू हुई थी। तब से, 28,000 से ज़्यादा आतंकवादी घटनाएं हो चुकी हैं। 90 के दशक से 1 लाख से ज़्यादा अल्पसंख्यकों को जम्मू-कश्मीर से बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। 60 हजार से ज़्यादा परिवारों का पलायन हुआ है। 15,000 निर्दोष नागरिक और 3,000 से ज़्यादा सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि यह सब कहां से आ रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर रातों रात नही हुआ’ उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि ऑपरेशन सिंदूर रातोंरात हुआ हो। अगर आप 2001 में हमारी संसद पर हुए हमले को याद करें, तो हमें अपनी सीमाओं पर लामबंदी करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। हम लगभग एक साल तक वहां रहे। हमने तब भी मामले को आगे नहीं बढ़ाया। 14 से 16 अक्टूबर तक चलेगा UNTCC सम्मेलन UNTCC का उद्घाटन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया। ये कार्यक्रम 14 से 16 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें 30 से अधिक देशों के वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व हिस्सा ले रहे हैं। यह सम्मेलन सहयोग और स्वदेशी तकनीकों के उपयोग पर केंद्रित है ताकि शांति मिशन अधिक प्रभावी और भविष्य के लिए तैयार हों। पूरी खबर पढ़ें… ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानिए…. भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को रात डेढ़ बजे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के 9 ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। सेना ने कहा था कि इस स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। पाकिस्तान के सरकारी मीडिया के मुताबिक भारत ने कोटली, बहावलपुर, मुरीदके, बाग और मुजफ्फराबाद में अटैक किया थे। इसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हेडक्वॉर्टर और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ठिकाना भी शामिल था।
डिप्टी आर्मी चीफ बोले-पहलगाम हमले का जवाब देना जरूरी था:कहा- ऑपरेशन सिंदूर देर से ही सही लेकिन ये सोच-समझकर लिया गया कदम
