कोडरमा जिले के अनुमंडल कार्यालय में एक अनुसेवक की काम के दौरान हृदयगति रुकने से मौत हो गई। मृतक की पहचान हजारीबाग निवासी 45 वर्षीय महेश कुमार के रूप में हुई है। वह अनुमंडल कार्यालय में अनुसेवक के पद पर कार्यरत थे। जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात करीब 8 बजे कार्यालय के अन्य कर्मचारी अपना काम खत्म कर घर जा रहे थे। चूंकि कार्यालय में ताला लगाने का काम महेश कुमार ही करते थे, इसलिए कर्मचारियों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया, लेकिन वह कहीं नहीं मिले। मोबाइल ऑफिस के एक कमरे में बज रहा था कर्मचारियों ने उन्हें फोन किया तो पता चला कि उनका मोबाइल ऑफिस के एक कमरे में बज रहा है। कर्मियों को लगा कि महेश अपना फोन ऑफिस में छोड़कर किसी जरूरी काम से घर चले गए हैं। इसके बाद गोलू सिन्हा नामक एक कर्मचारी ने मुख्य दरवाजे पर ताला लगाकर महेश का मोबाइल फोन उनकी पत्नी को घर जाकर दे दिया। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब महेश घर नहीं पहुंचे, तो उनकी पत्नी अपने बेटे के साथ उन्हें ढूंढते हुए अनुमंडल पदाधिकारी के आवास पहुंचीं और महेश के बारे में पूछताछ की। एसडीओ के चैंबर में बेसुध हालत में पड़े मिले वहां मौजूद गार्ड ने अनुमंडल कार्यालय की एक अन्य चाबी का गुच्छा लेकर महेश की पत्नी के साथ कार्यालय पहुंचे। काफी खोजबीन के बाद महेश एसडीओ के चैंबर में बेसुध हालत में पड़े मिले। उन्हें तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर एसडीओ रिया सिंह सदर अस्पताल पहुंचीं और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया। इधर, शुक्रवार की सुबह जब अनुमंडल कार्यालय का सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया तो पाया कि शाम के करीब 7 बजे वे अनुमंडल पदाधिकारी के चैम्बर में गए हैं, उसके बाद वे वहां से बाहर नहीं निकले हैं। वहीं, उपायुक्त ऋतुराज भी सदर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया। कोडरमा में किराए के मकान में रहता है परिवार बताते चलें कि महेश कुमार के दो पुत्र व एक पुत्री है। मृतक हजारीबाग जिले का रहने वाला था और फिलहाल वह अपने बीवी बच्चों के साथ कोडरमा के जलवाबाद में किराए के मकान में रहते थे। महेश कुमार 2021 से यहां कार्यरत थे।
कोडरमा अनुमंडल कार्यालय में अनुसेवक की मौत:काम के दौरान हृदयगति रुकने से हुई घटना, हजारीबाग के थे रहने वाले
