बैठक में बिहार राज्य के गोपालगंज, सिवान और पश्चिम चंपारण जिलों तथा उत्तर प्रदेश राज्य के कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज जिलों के उत्पाद अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में सीमावर्ती क्षेत्रों में शराब के अवैध परिवहन एवं तस्करी की रोकथाम के लिए संयुक्त छापेमारी, सतत जांच अभियान चलाने, गुप्त सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान सुनिश्चित करने, आरोपितों के विरुद्ध समन्वित कार्रवाई करने एवं सीमावर्ती शराब दुकानों की कड़ी निगरानी रखने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई।
यह बैठक राज्य में निषेध कानून की प्रभावशीलता बढ़ाने एवं निर्वाचन के दौरान अवैध शराब की संभावित गतिविधियों पर रोक लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभागीय स्तर पर इस प्रकार की समन्वयात्मक रणनीति से न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी मजबूत होगी, बल्कि राज्य की मद्य निषेध नीति को और अधिक सुदृढ़ रूप से लागू किया जा सकेगा।