मौलाना तौकीर रजा के करीबी ने बंगाल-बिहार से बुलाए उपद्रवी:गोलियां चलाईं; बरेली पुलिस ने पकड़ा तो हाथ जोड़कर रोने लगे

मौलाना तौकीर रजा के करीबी ने बंगाल-बिहार से बुलाए उपद्रवी:गोलियां चलाईं; बरेली पुलिस ने पकड़ा तो हाथ जोड़कर रोने लगे
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बरेली बवाल के बाद सोमवार को पुलिस ने कड़ा एक्शन लिया। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी IMC नेता नदीम खां समेत 28 उपद्रवियों को अरेस्ट किया। पकड़े जाने पर सभी उपद्रवी हाथ जोड़कर रोते नजर आए। उन लोगों ने बताया कि बहकावे में आकर जुमे की नमाज के बाद हिंसा की थी। वहीं, एसएसपी अनुराग आर्या ने बताया कि नदीम खां ने लोगों को वॉट्सऐप मैसेज भेजकर भीड़ जुटाई थी। लोगों को प्रशासन के खिलाफ भड़काया था। नदीम ने बवाल के समय पुलिस से एक हैंडसेट छीन लिया था। वह हैंडसेट भी उसके पास से बरामद कर लिया गया। इसके अलावा अन्य आरोपियों से तमंचे मिले हैं। उपद्रवियों में बरेली के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल के रहने वाले लोग शामिल हैं। एसएसपी ने बताया कि पुलिस अब तक 55 आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीद गवाहों के आधार पर अभी अन्य उपद्रवियों की पहचान कराई जा रही है। दरअसल, 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर बवाल हुआ था। उपद्रवियों ने 4 जगह पर पुलिस पर पत्थरबाजी और गोलीबारी की थी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था। आंसू गैस के गोले छोड़े थे। IMC नेता नदीम ने लोगों को वॉट्सऐप मैसेज से उकसाया
सोमवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने बरेली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा- 26 सितंबर को शहर में दंगा कराने की साजिश रची गई थी। पुलिस पर फायरिंग, ईंट-पत्थर और एसिड की बोतलों से हमला किया गया। IMC प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने इस्लामिया इंटर कॉलेज पर जुलूस निकालने का ऐलान किया था। लेकिन, प्रशासन ने दुर्गा पूजा, दशहरा और शहदाना- सकलैनी उर्स को देखते हुए जुलूस की इजाजत नहीं दी थी। इस्लामिया कॉलेज प्रशासन ने भी अपने ग्राउंड की इजाजत नहीं दी थी। इसके बाद मौलाना के करीबियों अनीस सकलैनी, नदीम खां समेत अन्य पदाधिकारियों ने वीडियो और वॉट्सऐप मैसेज भेजे। खबर में पोल है, आगे बढ़ने से पहले हिस्सा ले सकते हैं सभी को ग्राउंड में आने के लिए उकसाया। उपद्रव वाले दिन (26 सितंबर) दोपहर करीब 3 बजे पुराना शहर इलाके से 100-150 लोग जुलूस की शक्ल में निकले। इसमें अनीस सकलैनी और नदीम खां भी शामिल था। पुलिस ने उन्हें रोका तो भीड़ ने बैरियर पर धक्का देकर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया। नदीम ने पुलिस का हैंडसेट छीना, पुलिस पर गोली चलाई
कुछ ही समय बाद उपद्रवी दोबारा जुट गए। इस बार भीड़ ने श्यामगंज फल मंडी पर पुलिस पर अचानक हमला बोल दिया। भीड़ में शामिल लोगों ने ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाते हुए ईंट-पत्थर, एसिड की बोतलें फेंकी। फायरिंग की। बारादरी प्रभारी निरीक्षक के हमराह कॉन्स्टेबल सिद्धांत चौधरी के हाथ में गोली रगड़ते हुए निकल गई। उनकी वर्दी का हिस्सा भी बारूद से जल गया। कॉन्स्टेबल आदित्य प्रताप सिंह को भी पथराव में चोट लगी। अन्य पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हुए। एसएसपी ने बताया कि पुलिस को घटनास्थल से फायर किए गए कारतूस, ईंट-पत्थर, एसिड की टूटी बोतलें और आरोपियों की चप्पलें मिलीं। ये सबूत इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमला पहले से योजना बनाकर किया गया था। अब तक 55 उपद्रवी गिरफ्तार, पश्चिम बंगाल और बिहार से आए उपद्रवी
एसएसपी ने बताया- अब तक कुल 55 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 24 आरोपी थाना बारादरी में दर्ज दो मुकदमों में पकड़े गए हैं। बाकी गिरफ्तारियां थाना कोतवाली और अन्य थानों में दर्ज मुकदमों से हुई हैं। गिरफ्तार आरोपियों में उमेद, मुस्तकीम, अरबाज, कलीम, मोबीन, नाजिम रजा, मोहसिन, शाकिब, रफीक, जैनुल, तौहीन, फैसल, अरशद और सुबहान हैं। इनमें से कई आरोपी पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। एसएसपी ने बताया गिरफ्तार किए गए लोगों में बिहार और पश्चिम बंगाल से आए उपद्रवी भी शामिल हैं। इनमें मुसारोफ शेख (पश्चिम बंगाल) और शमशेर रजा (बिहार) शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों से एक तमंचा 12 बोर और जिंदा कारतूस बरामद किया है। गिरफ्तार सभी 28 आरोपियों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। आरोपियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, वसूली होगी
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा- शांति व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। अब तक 55 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस अब बवाल करने वालों की संपत्ति की जांच कर रही है। जिन आरोपियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उनसे वसूली की कार्रवाई होगी। इसके अलावा शहर में लगे 1320 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रहे हैं। ताकि उपद्रवियों की पहचान हो सके। पढ़िए क्या बोले यूपी सरकार के मंत्री कृषि मंत्री बोले- यूपी में ‘आई लव मोहम्मद’ नहीं चलेगा उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को बरेली हिंसा पर खुलकर बात की। उन्होंने दो टूक कहा कि यूपी में ‘आई लव मोहम्मद’ कतई नहीं चलेगा। इस तरह के नारों को सरकार और यूपी की जनता स्वीकार नहीं करेगी। सीएम योगी ने भी बरेली और गोरखपुर में इस बात को साफ कर दिया है। इस प्रकार की अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई होगी। प्रदेश में शांति और सुरक्षा के लिए सरकार बेहद गंभीर है। शाही ने कहा- अखिलेश को अब सत्ता में वापसी के सपने देखना छोड़ देना चाहिए। वे मुंगेरी लाल की तरह सपने देखना छोड़ दें। जनता कैसे भूल सकती है कि ये वही अखिलेश हैं, जिन्होंने मुजफ्फरनगर दंगों के बाद दंगाइयों को अपने आवास पर बुलाकर दावत दी थी। अब ऐसी गतिविधियों की कोई जगह नहीं है। मंत्री संजय निषाद बोले- तलवार से त्योहार मनाने वालों को सजा मिलेगी यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने सोमवार को फतेहपुर में बरेली हिंसा पर बयान दिया। उन्होंने ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर को लेकर कहा कि जो लोग अरबी-उर्दू पढ़ते थे, वे अब अंग्रेजी पढ़ने लगे हैं। उन्होंने इस घटना को राजनीति से प्रेरित बताया। मंत्री ने कहा- मुख्यमंत्री योगी ने बरेली हिंसा पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ कहा है कि जो जैसा करेगा, उसे वैसी ही सजा मिलेगी। मंत्री ने धार्मिक उन्माद और दहशत फैलाने को गलत बताया और कहा कि योगी सरकार इस पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। जानिए कैसे शुरू हुआ विवाद 26 सितंबर की दोपहर 2 बजे सबसे पहले आला हजरत मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ी गई। इसके बाद नौमहला मस्जिद में नमाज शुरू हुई, जो 3 बजे तक चली। कुछ लोग नमाज पढ़ने के बाद घर चले गए। लेकिन, कुछ शरारती लोग जैसे ही नमाज खत्म हुई, हाथों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लेकर बाहर निकले। भीड़ नारेबाजी करते हुए इस्लामिया ग्राउंड की ओर जाने की कोशिश की। पुलिस ने रोका तो पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर दिया। इस्लामिया ग्राउंड के पास में ही आला हजरत मस्जिद और नौमहला मस्जिद है। आला हजरत मस्जिद की दूरी महज 200 मीटर है। जबकि नौमहला मस्जिद करीब 500 मीटर की दूरी पर है। इसी वजह से भीड़ इकट्ठी होती चली गई। आला हजरत मस्जिद से शुरू हुआ विवाद नौमहला मस्जिद तक पहुंचा। भीड़ हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रही थी
इसके बाद बारादरी थाना क्षेत्र के श्यामगंज मार्केट में भी भीड़ हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी करती हुई पुलिस पर पथराव करने लगी। बाजार में पथराव से भगदड़ मच गई। इसके बाद मौके पर मौजूद SSP अनुराग आर्य ने बवालियों पर लाठीचार्ज करने का आदेश किया। फिर पूरा बाजार बंद हो गया। इसके बाद कोतवाली के सामने नॉवेल्टी चौराहे पर भी पोस्टर लेकर लोग पहुंचे और पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसी बीच महादेव सेतु और जिला अस्पताल रोड से सैकड़ों की संख्या में लोग हाथों में पत्थर लेकर आए और पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने पत्थरबाजों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस छोड़ी। इसके बाद लोग दुकानों और घरों से छिप-छिपकर पुलिस पर पथराव करने लगे। पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान पूरी सड़क चप्पलों और ईंट-पत्थरों से बिछ गई। तौकीर रजा ने पुलिस-प्रशासन को दी थी चुनौती
इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने पुलिस-प्रशासन को खुली चुनौती दी थी कि धरना-प्रदर्शन हर कीमत पर होकर रहेगा। इसके बाद 26 सितंबर की सुबह तौकीर रजा ने अपना एक वीडियो भी जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने अगर हमारे लोगों को रोकने का प्रयास किया, तो उसके बाद जो कुछ भी होगा उसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी। जिस तरह से सड़क ईंट-पत्थरों से बिछी थी, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह बवाल एक सोची-समझी साजिश थी। इसकी स्क्रिप्ट पहले से तैयार थी। उसे तौकीर रजा ने तैयार किया था। …………………………. ये खबर भी पढ़िए- बहराइच में आदमखोर भेड़िए की मौत, दो अफसर- दो दावे, रेंजर बोले- गोली मारी, DFO ने कहा- मरा मिला बहराइच में एक आदमखोर नर भेड़िए की रविवार को मौत हो गई है। भेड़िए की मौत कैसे हुई, इस पर वन विभाग के दो अफसरों ने दो बड़े दावे किए। रेंजर का दावा है कि टीम ने भेड़िए को मुठभेड़ में मार गिराया है। उसे गोली मारी गई है। वहीं, डीएफओ ने कहा, भेड़िया खेत में मृत मिला है। उसके शरीर पर कोई निशान नहीं हैं। वन विभाग ने मृत भेड़िए की कोई फोटो भी सार्वजनिक नहीं की है। फिलहाल, भेड़िए के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा। पढ़ें पूरी खबर…


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