भानवी बोलीं–गर्लफ्रेंड और अक्षय प्रताप के चलते रिश्ता टूटा:MLC का जवाब- भाभी राजा भैया से संबंध सुधार लें, प्रतापगढ़ छोड़ दूंगा

भानवी बोलीं–गर्लफ्रेंड और अक्षय प्रताप के चलते रिश्ता टूटा:MLC का जवाब- भाभी राजा भैया से संबंध सुधार लें, प्रतापगढ़ छोड़ दूंगा
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प्रतापगढ़ में कुंडा से विधायक राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह का झगड़ा शांत होने का नाम नहीं ले रहा। दशहरे पर राजा भैया ने एक बार फिर अपने समर्थकों के साथ सामूहिक शस्त्रपूजन किया। इस पर भानवी सिंह ने कहा कि इस तरह का शस्त्र प्रदर्शन क्या दिखाता है? फिर कहा कि राजा भैया बहुत अच्छे हैं, लेकिन एमएलसी गोपाल और गर्लफ्रेंड ने उन्हें भरमा (भ्रम में) रखा है। आरोप लगाए कि गोपाल सिंह ने आशिका के साथ मिलकर राजा भैया को फंसा लिया है। अब अपने इशारों पर नचा रहे हैं। इन आरोपों पर गोपाल सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि वे भैया (रघुराज प्रताप सिंह) से रिश्ते ठीक कर लें। मैं आपके माध्यम से वचन देता हूं कि प्रतापगढ़ का बार्डर भी छोड़ दूंगा। एमएलसी पद से इस्तीफा दे दूंगा। एमएलसी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह का राजा भैया से रिश्ता क्या है? अक्षय प्रताप सिंह क्यों भानवी सिंह के निशाने पर रहते हैं? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले पढ़िए भानवी सिंह ने जो आरोप लगाए
भानवी सिंह और राजा भैया के बीच तलाक का केस चल रहा है। भानवी सिंह ने 2023 में कुंवर अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी के खिलाफ दिल्ली ईओडब्ल्यू में फर्जीवाड़े की FIR दर्ज कराई थी। आरोप है, उन्होंने फर्जीवाड़ा कर भानवी सिंह की कंपनी पर कब्जा कर लिया है। FIR के सामने आने के बाद राजा भैया ने खुलकर अक्षय प्रताप का पक्ष लिया था। भानवी सिंह ने 2 अक्टूबर को दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा था कि गोपाल जी के चलते ही उनका राजा भैया से रिश्ता टूटा। राजा भैया बहुत अच्छे व्यक्ति हैं। गोपाल जी ने ही उन्हें भड़का रखा है। मैं तो आज भी ई-मेल भेज कर कहती हूं कि मुझे घर में आकर रहने दिया जाए। तलाक का केस भी गोपाल जी के कहने पर राजा भैया ने लगाया है। मैं तो तलाक नहीं देना चाहती। गोपाल जी ने आशिका के साथ मिलकर राजा भैया को हनी ट्रैप में फंसा लिया है। तभी राजा भैया दोनों के इशारे पर खुद की प्रॉपर्टी भी नौकरों के नाम पर कर दे रहे हैं। मेरी कंपनी में गोपाल जी को फर्जी तरीके से डायरेक्टर बनवा दिया। कैंट का घर लीज पर एक नौकर को दे दिया। अक्षय बोले- वे रिश्ता सुधार लें, मैं हट जाता हूं
भानवी सिंह के आरोपों पर दैनिक भास्कर ने एमएलसी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह से बात की। उन्होंने कहा- मैं राजा भैया का साथ नहीं छोड़ सकता। लेकिन, भाभी भानवी सिंह अपना रिश्ता ठीक कर लें, तो मैं वचन देता हूं कि राजा भैया से कभी नहीं मिलूंगा। मैं प्रतापगढ़ के बार्डर को भी टच नहीं करूंगा। मैं विधान परिषद से इस्तीफा तक दे दूंगा। लेकिन, मैं जानता हूं कि भाभी की मंशा कभी रिश्ता ठीक करने की रही ही नहीं। मैं आज भी कहता हूं कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं। खुद सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वचन जब वे नहीं निभा पाईं, तो दूसरे पर आरोप लगाने से क्या होगा? मैं तो आज भी प्रस्ताव दे रहा हूं कि जिस कंपनी को हथियाने का आरोप लगाया है, उसमें एक डायरेक्टर वो हैं और दूसरा मैं हूं। अगर वे अपनी जगह एक बच्चे को नामित करने को तैयार हों, तो मैं आज ही अपनी जगह राजा भैया के दूसरे बच्चे को सौंप कर कंपनी से इस्तीफा दे दूंगा। कोई और कंपनी हो, तो उसके बारे में भी बताएं। अब पढ़िए अक्षय प्रताप सिंह का राजा भैया से क्या है रिश्ता
यूपी विधान परिषद में 2022 से एमएलसी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह को लोग प्यार से गोपाल जी भी कहते हैं। उनका जन्म 14 अप्रैल, 1970 को हुआ था। वे जामो (अमेठी) के राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता लाल शिवप्रताप सिंह हैं, जामो स्टेट के वारिस के छोटे भाई थे। वे बाराबंकी के पूर्व सांसद एवं जामो स्टेट के वारिस रहे स्वर्गीय राजा डॉ. रुद्र प्रताप सिंह के भतीजे हैं। अक्षय प्रताप सिंह की शादी 1997 में मधुरिमा सिंह से हुई है। उनके 3 बच्चों में एक बेटा और दो बेटियां हैं। राजनीतिक परिवार से होने के चलते दोनों परिवारों में कई पीढ़ियों से मधुर संबंध रहे हैं। जब अक्षय प्रताप सिंह छोटे थे, तो अक्सर उनके पिता उनको लेकर भदरी राजा उदय प्रताप सिंह से मिलने आते रहते थे। राजा भैया और अक्षय की उम्र में महज 3 साल का फासला है। हमउम्र होने के चलते बचपन से ही उनकी दोस्ती हुई, जो आज भी कायम है। भानवी सिंह के निशाने पर क्यों रहते हैं अक्षय प्रताप
कभी देवर-भाभी के रिश्ते में रहे भानवी सिंह और अक्षय प्रताप सिंह के बीच आखिर क्यों इतनी नफरत पैदा हुई? इसको लेकर दोनों के अलग-अलग दावे हैं। भानवी सिंह कहती हैं- गोपाल जी ही वो व्यक्ति हैं, जो राजा भैया के हर बुरे कामों पर पर्दा डालते हैं। यहां तक कि उनकी खुद की बनाई कंपनी में राजा भैया के इशारे पर वे फर्जी तरीके से डायरेक्टर बन गए। कंपनी के अधिकतर शेयर नौकरों और अपने लोगों के नाम ट्रांसफर कर दिए। इसी वजह से 2023 में उनके खिलाफ दिल्ली में FIR भी दर्ज कराई है। मामला कोर्ट में है। वहीं, अक्षय प्रताप सिंह कहते हैं- राजा भैया से अलग होने से पहले उनके और मेरे संबंध बेहद मधुर थे। वो अक्सर मेरी तारीफ में कहती थीं कि ऐसा पति सबको मिले। जब राजा भैया से वो अलग हुईं, तो उन्हें लगा कि शायद मैं उनका पक्ष लूंगा। लेकिन, मैंने राजा भैया का साथ दिया। यही बात उन्हें नागवार लगती है। ये भी दावा किया कि मैं किसी आशिका सिंह को नहीं जानता। पहले वो अपने परिवार की एक करीबी महिला के संबंध राजा भैया से जोड़ती थीं। अब आशिका सिंह नाम की महिला का नाम ले रही हैं। कल को किसी और महिला का नाम ले सकती हैं? जो महिला अपने बच्चो, पति और बहन, मां-पिता का नहीं हुआ, वो हमारा कैसे होगा? अक्षय प्रताप के 3 बड़े विवाद, जब वे सुर्खियों में आए
कुंवर अक्षय प्रताप सिंह की गिनती भी बाहुबली नेताओं में होती है। 1997 में उन पर रोडवेज बस स्टेशन प्रतापगढ़ के फर्जी पते पर शस्त्र लाइसेंस लेने के मामले में तत्कालीन नगर कोतवाल डीपी शुक्ला ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। मार्च- 2022 में प्रतापगढ़ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें 7 साल की सजा सुनाई और 25 हजार का जुर्माना भी लगाया। हालांकि, सजा सुनाए जाने के अगले दिन ही उन्हें सेशन कोर्ट से जमानत मिल गई। सजा के खिलाफ उन्होंने ऊपरी अदालत में चुनौती दी है। अभी ये केस कोर्ट में है। जून- 2014 में अमेठी के दर्जा प्राप्त पूर्व राज्यमंत्री जंगबहादुर सिंह के बेटे महेंद्र प्रताप सिंह उर्फ दद्दन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमले में दद्दन के ड्राइवर सुरेश पांडेय (32) की भी मौत हुई थी। इस हत्याकांड में भी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह समेत 4 लोग नामजद हुए थे। ये केस भी कोर्ट में है। भानवी कुमारी ने फरवरी- 2023 में विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह समेत 5 अन्य के खिलाफ नई दिल्ली के ईओडब्लू थाने में केस दर्ज कराया था। आरोप है, भानवी के फर्जी हस्ताक्षर कर कंपनी में निदेशक बनकर कई दूसरे लोगों के नाम अधिकतर शेयर ट्रांसफर कर दिए। ———————- ये खबर भी पढ़ें- भानवी सिंह बोलीं- राजा भैया को दूसरी शादी की जल्दी, 17 साल की रिश्तेदार को भी नहीं छोड़ा, अबॉर्शन कराना पड़ा राजा भैया को पत्रकार रही महिला से शादी की जल्दी है। 2015 में उनके अफेयर के बारे में मुझे पता चला तो मैंने विरोध किया। इसे लेकर राजा भैया ने मुझे इतना पीटा कि हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा। पसलियां फ्रैक्चर हो गई थीं। 2016 में मुझ पर गोली चलाई। 2020 में पिस्टल लेकर धमका रहे थे। इसके चलते मुझे आधी रात घर छोड़ना पड़ा। राजा भैया 17 साल की एक करीबी रिश्तेदार तक को नहीं छोड़ा था। उसका अबॉर्शन तक कराना पड़ा था। राजा भैया के हर बुरे काम पर MLC गोपाल पर्दा डालने का काम करते हैं। अब मेरे बेटों को भी मोहरा बनाकर मेरे खिलाफ लिखवाया जा रहा है।’ ये सनसनीखेज दावा भदरी रिसायत की बहू भानवी सिंह के हैं। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…


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