1993 बैच के आईएएस अधिकारी अविनाश कुमार राज्य के नए मुख्य सचिव बनाए गए। ये झारखंड के 28वें मुख्य सचिव हैं। निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी मंगलवार को रिटायर हो गईं। अब वे 25 मार्च से खाली पड़े राज्य निर्वाचन आयुक्त का पद संभालेंगी। मुख्य सचिव का प्रभार आदान-प्रदान होने के बाद प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अलका तिवारी को राज्य निर्वाचन आयुक्त के लिए नामित किया गया है। अब वे दूसरे रूप में राज्य सरकार के लिए काम करेंगी। उधर, अविनाश कुमार ने मंगलवार देर शाम पदभार संभाल लिया।अवकाश के दिन सीएम सहित कई अधिकारी मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन पहुंचे और अलका तिवारी को विदाई दी। सीएम ने कहा-अलका तिवारी ने अपने कार्यकाल के दौरान बेहतर प्रशासनिक क्षमता का परिचय देते हुए राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं नीतियों के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके मार्गदर्शन से राज्य सरकार को कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने में मदद मिली है। तिवारी ने सदैव ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम किया। उन्होंने राज्य प्रशासन को एक नई दिशा दी और प्रशासनिक परंपराओं को मजबूती दी। वहीं अविनाश कुमार को पदभार ग्रहण पर शुभकामना देते हुए सीएम ने कहा कि इनकी कार्यकुशलता, दूरदर्शिता और प्रशासनिक अनुभव से प्रशासन को मजबूती मिलेगी। विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी आएगी। अविनाश कुमार मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव और मुख्य स्थानिक आयुक्त के भी प्रभार में रहेंगे अविनाश कुमार ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे। इसके साथ ही वे सीएम हेमंत सोरेन के अपर मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, ऊर्जा विकास निगम के सीएमडी, राज्य बिजली वितरण निगम के एमडी और दिल्ली में राज्य के मुख्य स्थानिक आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार में थे। मुख्य सचिव बनने के बाद वे सीएम के अपर मुख्य सचिव और झारखंड भवन के मुख्य स्थानिक आयुक्त के भी अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। अजय कुमार सिंह को विकास आयुक्त का प्रभार… कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग द्वारा अधिसूचना में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह को अपने कार्यों से साथ विकास आयुक्त का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। दो अफसर थे रेस में, जानिए…मुख्य सचिव पद पर कैसे बनी अविनाश कुमार के नाम पर सहमति अविनाश कुमार लंबे समय से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अपर मुख्य सचिव हैं। सीएम के कोर टीम में इनकी गिनती होती है। ऊर्जा समेत कई विभागों का प्रभार भी इनके पास है। पहले तय हुआ कि ये सीएमओ के प्रभार में ही रहेंगे। किसी दूसरे अधिकारी को मुख्य सचिव बना दिया जाए। झारखंड में सीएस रैंक में छह आईएएस अधिकारी हैं। इनमें तीन शैलेश कुमार सिंह, निधि खरे और सत्येंद्र सिंह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह और राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव नीतिन मदन कुलकर्णी पहले ही रेस से बाहर हो गए थे। इसी बीच वंदना दादेल का नाम आया। वह तीन महीने बाद सीएस रैंक में आएंगी। तब तक उन्हें मुख्य सचिव का प्रभार देने पर चर्चा चली। लेकिन अंतिम फैसला नहीं हुआ। इसी बीच एक फॉर्मूला आया कि अविनाश कुमार से विकास आयुक्त, ऊर्जा विभाग और ऊर्जा निगमों का प्रभार हटाकर मुख्य सचिव बनाया जाए तो बेहतर होगा। ऐसे में वे मुख्य सचिव के साथ सीएम के अपर मुख्य सचिव भी रहेंगे। इसके बाद अजय कुमार को विकास आयुक्त बनाकर इन्हें मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई।
अविनाश कुमार नए सीएस, अलका तिवारी बनीं राज्य निर्वाचन आयुक्त:नए सीएस ने कार्यभार संभाला, निर्वाचन आयुक्त मिलने से निकाय चुनाव जोर पकड़ेगा
