मुजफ्फरपुर में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांटी की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। राजद के मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री इसराइल मंसूरी के खिलाफ अब पार्टी के ही नेता मोहम्मद परवेज़ आलम ने मोर्चा खोल दिया है। दामोदरपुर स्थित एक विवाह भवन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व प्रत्याशी परवेज आलम ने कार्यकर्ताओं के बीच ऐलान किया कि इस बार कांटी में चुनाव “बाहरी भगाओ, कांटी के बेटा को लाओ” के नारे के साथ लड़ा जाएगा। परवेज आलम ने कहा कि जनता ने मौजूदा विधायक को पांच साल का अवसर दिया, लेकिन उनके कार्यकाल में क्षेत्र की हालत और बदतर हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि कांटी ब्लॉक में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हो गई हैं और जनता निराश है। आलम ने यह भी कहा कि आज तक कांटी विधानसभा में किसी विधायक के कार्यकाल में इतनी शिकायतें और भ्रष्टाचार की बातें सामने नहीं आईं। जितनी मौजूदा समय में हो रही हैं। कांटी की जनता बदलाव चाहती है उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा “अगर पार्टी ने इसराइल मंसूरी को टिकट दिया, तो हम पूरी ताकत से उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे। कांटी की जनता बदलाव चाहती है और बदलाव अब निश्चित है।” ‘बाहरी बनाम स्थानीय’ की राजनीति सम्मेलन में परवेज आलम ने ‘बाहरी’ बनाम ‘स्थानीय’ का मुद्दा उठाया। उन्होंने दावा किया कि इस बार कांटी की जनता स्थानीय नेतृत्व चाहती है और बाहरी नेताओं को स्वीकार नहीं करेगी। उनका सीधा इशारा मौजूदा विधायक इसराइल मंसूरी की ओर था, जिन्हें वह बाहरी बताकर चुनावी चुनौती देने की तैयारी में हैं।
अपनी पार्टी के विधायक के खिलाफ जाने का ऐलान:पूर्व प्रत्याशी ने कहा- पांच साल का अवसर मिला, पर सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ
