महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने बिहार वोटर लिस्ट में नाम काटे जाने को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर चुनाव आयोग ने बिहार में SIR के नाम पर भारी फर्जीवाड़ा किया है। बिहार में करीब साढ़े 3 करोड़ महिला मतदाता हैं, लेकिन करीब 23 लाख महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए। ये महिलाएं आगामी विधानसभा चुनावों में वोट नहीं दे पाएंगी। हमारा मानना है कि ये फैसला संविधान के खिलाफ है। यह बातें अलका लांबा ने दिल्ली में प्रेस वार्ता के दौरान कही है। 6 जिलों में सबसे ज्यादा महिलाओं के नाम काटे गए अलका लांबा ने कहा कि, बिहार के जिन 6 जिलों में सबसे ज्यादा महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए, उनमें करीब 60 विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें गोपालगंज, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, भोजपुर और पूर्णिया विधानसभा शामिल हैं। अलका लांबा ने वोट काटे जाने पर सवाल किए अलका लांबा ने कहा कि, बिहार में जहां करीब 23 लाख महिलाओं के नाम काट दिए गए। वहीं, करीब 15 लाख पुरुषों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए। बिहार में लाखों महिला मतदाताओं के वोट काट दिए जाने पर हमारे कई सवाल हैं। नरेंद्र मोदी ने टारगेट कर महिलाओं के वोट काटे महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी पूरे देश में इसी ‘वोट चोरी’ के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चला रही है, जिसमें हम 5 करोड़ हस्ताक्षर जुटाएंगे। नरेंद्र मोदी एक तरफ बिहार में चुनाव को प्रभावित करने के लिए महिलाओं के खाते में पैसा डाल रहे हैं। दूसरी तरफ, उन्होंने चुनाव आयोग के साथ मिलकर बिहार की करीब 23 लाख महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए। नरेंद्र मोदी ने टारगेट कर महिलाओं के वोट काटे हैं और उनके अधिकार भी छीने हैं। लेकिन नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग कितनी भी कोशिश कर लें, हम बिहार में ‘वोट चोरी’ नहीं होने देंगे।
‘INDIA की 25 जीती सीटों पर महिलाओं के नाम काटे’:पटना में SIR पर अलका लांबा बोली- इन्हीं महिलाओं ने वोट देकर लोकसभा में जिताया, क्या ये फर्जी थे?
