यूपी पुलिस ने रविवार रात 2 घंटे के अंदर दो बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया। पहला एनकाउंटर रात 8 बजे फिरोजाबाद में हुआ। यहां पुलिस ने बदमाश नरेश पंडित उर्फ पंकज को एनकाउंटर में गोली मारकर ढेर कर दिया। दूसरा एनकाउंटर फिरोजाबाद से 400 किमी दूर सहारनपुर में हुआ। यहां बदमाश इमरान मुठभेड़ में मारा गया। इमरान पर 1 लाख का, जबकि नरेश पंडित पर 50 हजार का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में दोनों बदमाशों के सीने में गोली लगी थी। पहले फिरोजाबाद एनकाउंटर के बारे में पढ़िए- फिरोजाबाद में पुलिस रात 8 बजे चकमा देकर फरार हुए नरेश पंडित उर्फ पंकज को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। वह 38 साल का था। रात 8 बजे थाना मक्खनपुर क्षेत्र में पुलिस टीम ने आरोपी नरेश को घेर लिया। खुद को बचाने के लिए नरेश ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान एक गोली थाना प्रभारी संजीव दुबे को लगी और दूसरी एसपी ग्रामीण अनुज चौधरी की बुलेट प्रूफ जैकेट में फंस गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली नरेश के सीने में लगी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। करीब 20 मिनट चली मुठभेड़ में नरेश मारा गया। उस पर लूट और डकैती समेत 9 मुकदमे दर्ज थे। SSP सौरभ दीक्षित और DIG ने नरेश पर 25-25 हजार रुपए का इनाम रखा था। यह मुठभेड़ थाना मक्खनपुर क्षेत्र में हुई है। घायल इंस्पेक्टर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पेट दर्द का बहाना बनाकर खेत से भागा था नरेश अलीगढ़ के अरनी का रहने वाला था। वह 30 सितंबर को 2 करोड़ रुपए की लूट में शामिल था। उस दिन कानपुर से आगरा जा रही जीके कंपनी की कैश वैन को नरेश ने अपने साथियों के साथ लूट लिया था। पुलिस ने शनिवार रात इस मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें नरेश भी शामिल था। बदमाशों के पास से लगभग 1 करोड़ रुपए और दो कारें बरामद की गई थीं। रविवार दोपहर रामगढ़ थाने के इंस्पेक्टर चमन शर्मा तीन सिपाहियों के साथ आरोपी नरेश को माल बरामदगी के लिए ले जा रहे थे। थाना मक्खनपुर क्षेत्र के खेड़ा गणेशपुर के पास नरेश ने पेट दर्द का बहाना बनाया। पुलिस ने उसे बाजरे के खेत में हथकड़ी लगाकर बैठाया और सिपाही पानी लेने चले गए। इसी दौरान नरेश खेतों के रास्ते फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही SSP सौरभ दीक्षित ने जिलेभर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गई थीं। अब सहारनपुर एनकाउंटर के बार में पढ़िए सहारनपुर में रात करीब 10 बजे शामली का रहने वाला इमरान बाइक छीनकर भाग रहा था, तभी पुलिस ने उसका पीछा किया। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें इंस्पेक्टर और दरोगा घायल हो गए। जवाबी फायरिंग में उसके सीने में गोली लग गई। पुलिस बदमाश को जिला अस्पताल लेकर आई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ थाना गागलहेड़ी क्षेत्र में हुई। इमरान वेस्ट यूपी के जिलों सहारनपुर, मेरठ, शामली और मुजफ्फरनगर में लूट और डकैती जैसी घटनाओं में शामिल था। दो दिन पहले इमरान का साथी मेहताब मुजफ्फरनगर में मारा गया था। वह भी 1 लाख का इनामी था। एनकाउंटर के वक्त इमरान भी उसके साथ था, लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया था। अब एनकाउंटर स्पॉट की तस्वीरें देखिए.. इंस्पेक्टर के हाथ, दरोगा की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी SSP आशीष तिवारी ने बताया- एनकाउंटर में गागलहेड़ी के इंस्पेक्टर परवेश शर्मा के बाएं हाथ में गोली लगी। थानाध्यक्ष सरसावा विनोद कुमार को बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी, जिससे उनकी जान बाल-बाल बची। इंस्पेक्टर और दरोगा का इलाज कराया जा रहा है। दोनों की हालत खतरे से बाहर है। पुलिस को इमरान के पास से 32 बोर की 2 पिस्टल, 18 खोखे और 10 कारतूस मिले। गागलहेड़ी क्षेत्र से लूटी गई बाइक भी बरामद की गई। आगे बढ़ने पोल में हिस्सा लेकर राय दें- 21 दिन पहले इमरान ने सर्राफा कारोबारी और पोते से की थी लूट 15 सितंबर यानी 21 दिन पहले को इमरान और मेहताब ने अपने साथियों के साथ बुढाना कोतवाली क्षेत्र में एक सर्राफा कारोबारी और उनके पोते से 10 लाख के जेवर लूट लिए थे। नकाबपोश बदमाशों ने मंदवाड़ा रोड पर दुकान बंद कर घर लौट रहे सर्राफा कारोबारी नेमचंद (60) और उनके पोते अंकित (25) को तमंचे के बल पर रोका था। बदमाशों ने दोनों को पास के खेत में ले जाकर हाथ-पैर बांध दिए। उनके पास से 7 तोले सोना, 2.5 किलोग्राम चांदी और 4 हजार रुपए लूट लिए थे। विरोध करने पर बदमाशों ने अंकित पर चाकू से हमला कर दिया था। पुलिस ने घायल अंकित को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया था। बदमाशों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही थी। लूट में शामिल मेहताब के भाई को भी पुलिस ने मारी थी गोली 14 दिन पहले यानी 21 सितंबर को पुलिस ने लूट में शामिल 20 हजार के इनामी बदमाश शादाब को गिरफ्तार किया था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शादाब पॉपुलर बाग में है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की। वह गन्ने के खेत में छिपने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने चारों तरफ से बदमाश को घेर लिया। आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में शादाब के दाहिने पैर में गोली लगी। पूछताछ में आरोपी शादाब ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। साथ ही मेहताब और इमरान के नाम भी बताए थे। इमरान का साथी मेहताब कैसे मारा गया था पढ़िए… मुजफ्फरनगर पुलिस शुक्रवार रात 1 लाख के इनामी मेहताब के आने की सूचना मिली थी। इसके बाद बदमाश की घेराबंदी की गई। बदमाश को सरेंडर करने के लिए कहा गया, लेकिन उसने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। आखिरकार पुलिस को भी जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इसमें बदमाश को गोली लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। SSP संजय वर्मा के अनुसार करीब 20 राउंड फायरिंग हुई थी। मेहताब का साथी इमरान का फायदा उठाकर फरार हो गया था। 8 दिन में 4 अपराधी एनकाउंटर में ढेर राज्य सरकार के अनुसार, मार्च 2017 से जुलाई 2025 तक यूपी पुलिस ने 238 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया है। इस दौरान 14,000 से अधिक पुलिस एनकाउंटर हुए, जिनमें 30,000 से ज्यादा अपराधी गिरफ्तार हुए और 9,000 से अधिक को गोली मारी गई। ————— एनकाउंटर से जुड़ी हुई ये खबर भी पढ़ें- झांसी में एक करोड़ की चोरी के मास्टरमाइंड का एनकाउंटर झांसी में एक करोड़ की चोरी के मामले में मास्टरमाइंड कहे जा रहे दीपक लुहार का पुलिस ने रविवार देर रात एनकाउंटर कर दिया। उसके पैर में गोली लगी है। आरोपी से चोरी का माल, तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद हुई है। पढ़ें पूरी खबर
यूपी में नरेश पंडित के बाद इमरान एनकाउंटर में ढेर:सहारनपुर में सीने में गोली लगी, 2 घंटे में दो बदमाश मारे गए
