हजारीबाग के बरही में 2 अक्टूबर को नवविवाहित समवंती कुमारी की हुई मौत मामले का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। समवंती की मौत सड़क हादसे में नहीं बल्की उसकी हत्या की गई थी। समवंती की हत्या उसके पति ने ही की थी ताकि उसे पत्नी के नाम पर किए गए बीमा की राशि 15 लाख रुपए मिल सके। समवंती की शादी मुकेश कुमार मेहता से चार माह पूर्व ही हुई थी। समवंती कुमारी बरही के दोनई कला गांव की निवासी थीं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दंपती सड़क पर बेहोश पड़े मिले थे बरही एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने बताया कि 2 अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि पदमा से भद्रकाली जाने वाले रास्ते में एक दंपती सड़क पर बेहोश पड़े हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को अस्पताल भेजा, जहां महिला को मृत घोषित कर दिया गया। घायल मुकेश मेहता बेहतर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल चले गए। इधर, घटना के तीन दिन बाद मृतका के परिजनों ने पुलिस को आवेदन दिया। उन्होंने आशंका जताई कि यह सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है। परिजनों ने बताया कि मृतका के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे और न ही घायल मुकेश मेहता के शरीर या बाइक पर कोई खरोंच थी। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। तीन महीने पहले ही पत्नी के नाम पर एलआईसी कराया था कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी मुकेश कुमार मेहता ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने तीन महीने पहले ही अपनी पत्नी के नाम पर 15 लाख रुपए का एलआईसी कराया था। आरोपी पति मुकेश कुमार मेहता ने इस वारदात को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया। एसडीपीओ के अनुसार, पुलिस को दिए बयान में मुकेश ने बताया कि उसने घटना को सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। उसने सुनसान रास्ते पर अपनी पत्नी को हेलमेट से मारा। जब वह बेहोश हो गई तो उसका गला और मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या का एकमात्र उद्देश्य पत्नी के नाम पर कराए गए 15 लाख रुपए के बीमा का लाभ लेना था।
हजारीबाग में बीमा की राशि के लिए पत्नी की हत्या:आरोपी पति ने मर्डर को हादसे का रूप देने का किया प्रयास, चार माह पहले ही हुई थी शादी
