झारखंड मुक्ति मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राजद नेता तेजस्वी यादव से मिला। प्रतिनिधिमंडल में झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनु और झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय शामिल थे। दोनों नेताओं ने झामुमो की ओर से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीटों का दावा पेश किया। झामुमो की ओर से तेजस्वी को सात विधानसभा सीटों की सूची सौंपी गई है। झामुमो ने इन सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत बताई है। ये सीटें बांका, कटोरिया, चकाई, तारापुर, मनिहारी, पूर्णिया और धमदाहा हैं। इनमें पांच सीटों बांका, कटोरिया, चकाई, तारापुर और धमदाहा सीटों पर 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद दूसरे नंबर पर था। मनिहारी सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी और पूर्णिया में दूसरे नंबर पर थी। कटोरिया और मनिहारी आदिवासी रिजर्व सीटें हैं। झारखंड में 2024 के विधानसभा चुनाव में राजद के चार विधायक झामुमो के गठबंधन में शामिल होकर जीते हैं। इसलिए राजद बिहार में भी झामुमो के साथ गठबंधन धर्म निभाना चाह रहा है। विनोद पांडेय ने कहा कि बातचीत बहुत सकारात्मक रही। हमने अपनी सारी बातें राजद नेताओं के समक्ष रख दी है। अब अंतिम फैसला राजद को करना है। हमने यह भी बताया कि झामुमो के साथ रहने से चुनाव में महागठबंधन को क्या नफा-नुकसान होगा। राजद नेताओं ने भरोसा दिया है कि बहुत जल्द सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजद से हुई बातचीत का पूरा ब्योरा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दे दिया है। उम्मीद है कि एक-दो दिन में सीटों पर सहमति बन जाएगी। बैठक में राजद के झारखंड प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव, भोला यादव, अब्दुल बारी सिद्दि, संजय यादव और मंगनीलाल मंडल भी मौजूद थे। बंटवारे का पेंच सुलझाने पटना पहुंचे सीपीआई के डी राजा इंडिया एलायंस की सीट शेयरिंग में फंसे पेंच को सुलझाने के लिए सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा को पटना आना पड़ा। सीपीआई 2020 में 6 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। 2 सीटों पर जीत मिली थी। सीपीआई इस बार राजद नेतृत्व के समक्ष 24 सीटों की सूची सौंप चुका है। पर माले और वीआईपी की सीटों के दबाव में राजद सीपीआई की सीटें नहीं बढ़ाना चाहता है। पिछले तीन दिनों से राजद नेता तेजस्वी यादव अपने सरकारी आवास पर सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया एलायंस के 7 दलों के नेताओं के साथ मैराथन बैठक कर रहे हैं। पर अब तक पूरी तरह मामला सुलझ नहीं पाया है। मंगलवार को सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा ने सीट शेयरिंग पर महागठबंधन के संयोजक तेजस्वी यादव के साथ बैठक की। राजा ने सम्मानजनक सीट देने की मांग की। इधर, वीआईपी प्रमुख सहनी बोले- सीटों पर समझौता, लेकिन डिप्टी सीएम तो मैं ही बनूंगा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने इस बात को नकारा कि वे एनडीए से भी बात कर रहे हैं, उससे गठबंधन की तैयारी में हैं। कहा-यह अफवाह है। मैं महा गठबंधन में हूं। रहूंगा। बिहार में महा गठबंधन की सरकार बनेगी। तेजस्वी सीएम और मैं डिप्टी सीएम बनूंगा। सीटों को लेकर सभी दलों में लगभग सहमति बन चुकी है। कहा- महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए हमारी पार्टी प्रदेश में काम कर रही है। यह चुनाव सिर्फ सरकार बनाने का नहीं, बल्कि बिहार के बदलाव का है। महागठबंधन में तकरार नहीं है। यह एकजुट और मजबूत है। महागठबंधन की सरकार ने 17 महीने के कार्यकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार सहित अन्य क्षेत्र में काम किया है। महिला और युवाओं के लिए महागठबंधन सरकार ने रोजगार के साथ ही कई योजनाएं लागू की है। तीन महीने में 27 बार डिप्टी सीएम पद की दावेदारी की मुकेश 3 महीने में 27 बार डिप्टी सीएम पद की दावेदारी कर चुके हैं। हालांकि कांग्रेस और राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इसका विरोध किया। उन्होंने 6 अक्टूबर को कहा कि महा गठबंधन सरकार में वह डिप्टी सीएम बनेंगे। 13 सितंबर को कहा कि उनकी पार्टी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और मैं डिप्टी सीएम बनूंगा। उन्होंने 5 सितंबर, 10 अगस्त, 7 अगस्त, 3 जुलाई, 30 जुलाई को भी खुद के डिप्टी सीएम बनने की बात कही।
बिहार चुनाव:तेजस्वी से मिले झामुमो नेता, 7 सीटों पर दावा; मंत्री सुदिव्य सोनू और महासचिव विनोद पांडेय ने की मुलाकात
