बिहार विधानसभा आम चुनाव 2025 को देखते हुए नालंदा जिले में मतदाता जागरूकता अभियान को नई गति देने के लिए बुधवार को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन (SVEEP) की कोर कमेटी के अध्यक्ष एवं उप विकास आयुक्त श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय यह लिया गया कि जिले में चिह्नित 290 ऐसे मतदान केंद्रों पर विशेष अभियान चलाया जाएगा, जहां पिछले चुनावों में 40 प्रतिशत से भी कम मतदान हुआ था। इन केंद्रों पर आईसीडीएस, शिक्षा विभाग और जीविका की दीदियां घर-घर जाकर मतदाता जागरूकता अभियान चलाएंगी। उप विकास आयुक्त श्रीकांत खांडेकर ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर पात्र मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करे। कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में हम विशेष अभियान चलाकर लोगों को लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदार बनने के लिए प्रेरित करेंगे। युवा मतदाताओं को लुभाने की खास तैयारी शैक्षणिक संस्थाओं को अभियान का केंद्र बनाते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सभी निजी और सरकारी महाविद्यालयों तथा शैक्षणिक संस्थाओं में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। एक अनूठी पहल के तहत छात्र-छात्राओं से उनके माता-पिता को मतदान करने के लिए संकल्प पत्र भी लिए जाएंगे। यह पहल युवाओं को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ने की दिशा में एक सार्थक प्रयास माना जा रहा है। रंगारंग कार्यक्रमों से जागेगी जागरूकता मतदाता जागरूकता अभियान को आकर्षक और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न सृजनात्मक गतिविधियों की योजना बनाई गई है। साइकिल रैली, मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली कार्यक्रम, मानव श्रृंखला, प्रभात फेरी और चौपाल जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से आम मतदाताओं तक पहुंचा जाएगा। दिव्यांगजनों के लिए विशेष व्यवस्था सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण को निर्देशित करते हुए उप विकास आयुक्त ने कहा कि दिव्यांग नागरिकों की विशेष रैली निकालकर उन्हें और अन्य मतदाताओं को जागरूक किया जाए। साथ ही, वयोवृद्ध मतदाताओं को सम्मानित कर उन्हें मतदान के लिए प्रोत्साहित करने की योजना है। यह कदम समावेशी लोकतंत्र की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। छात्र संगठनों की भूमिका एनसीसी, स्काउट गाइड और एनएसएस के छात्र-छात्राओं को भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए हैं। युवा स्वयंसेवक घर-घर जाकर मतदाताओं को मतदान के महत्व के बारे में बताएंगे। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सेविका, सहायिका और जीविका दीदियां ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम के तहत कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करेंगी और उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी के लिए प्रेरित करेंगी। बैठक में मौजूद रहे अधिकारी इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में नोडल पदाधिकारी स्वीप कोषांग, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस), सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग और जीविका के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नालंदा जिले में बेहतर मतदान प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने ठोस तैयारी शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि यह बहुआयामी अभियान मतदाताओं को कितना प्रभावित कर पाता है और क्या जिला पिछले चुनावों की तुलना में बेहतर मतदान प्रतिशत हासिल कर सकेगा।
नालंदा में वोटिंग बढ़ाने के लिए SVEEP कैंपेन की तैयारी:कम मतदान वाले 290 केंद्रों पर फोकस, पिछले चुनाव में यहां 40 फीसदी से कम हुई थी वोटिंग
