पाकुड़ जिले में शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना पूरे धूमधाम से की गई। जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंडों और ग्रामीण क्षेत्रों में मां लक्ष्मी की पूजा को लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखा गया। लोगों ने अपने घरों के साथ-साथ आकर्षक पंडालों में भी मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा की। इस दौरान भक्तों ने मां को खीर, विभिन्न प्रकार के फल, सुगंधित फूल और पान सहित अन्य पूजा सामग्री अर्पित की। शहर के भगत पाड़ा, राजा पाड़ा, कलिकापुर और तातीपाड़ा जैसे कई मोहल्लों में भव्य पंडाल सजाए गए थे, जहां पुरोहितों द्वारा मां लक्ष्मी की पूजा संपन्न कराई गई। जिले के हिरणपुर प्रखंड स्थित लक्ष्मी मंदिर में सोमवार देर रात को धूमधाम से पूजा-अर्चना हुई। मंदिर को फूलों की मालाओं से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। पुजारी उज्ज्वल चक्रवर्ती ने मां लक्ष्मी की पूजा संपन्न कराई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु उपस्थित थीं। मौके पर टुनटुन शील, जय किशन भगत, रघु मंडल और सुरोजित मंडल सहित कई लोग मौजूद रहे। वहीं, सार्वजनिक लक्ष्मी मंदिर कमेटी द्वारा इस वर्ष रजत जयंती वर्ष मनाया जा रहा है, जिसको लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखा गया। कमेटी के दिगंबर शाह ने बताया कि पूजा का आयोजन दो दिनों तक किया गया। भक्ति कार्यक्रम के पहले दिन मां की पूजा-अर्चना की गई, जबकि दूसरे दिन यानी मंगलवार को सुबह यज्ञ और पूजन का आयोजन हुआ। इसके बाद पूर्णाहुति एवं शांति जल का छिड़काव किया गया। इस दौरान अमेरिका, यूक्रेन और रूस से आए कृष्ण भक्तों ने नगर संकीर्तन भी किया। रजत जयंती के अवसर पर कई लोगों को अंग वस्त्र भी प्रदान किए गए। शहर के रेलवे कॉलोनी भगत पाड़ा में भी पंडाल बनाकर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई।
पाकुड़ में शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजा:धूमधाम से हुई मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना, रजत जयंती भी मनाई गई
