पश्चिम चंपारण में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत शुक्रवार को 1.70 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की राशि हस्तांतरित की गई। कुल 170 करोड़ रुपये की यह राशि जिले की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी। यह राशि समाहरणालय में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम के माध्यम से वितरित की गई, जिसका सीधा प्रसारण राज्य मुख्यालय से किया गया था। कार्यक्रम में ये अधिकारी रहे मौजूद इस अवसर पर नौतन विधायक नारायण प्रसाद, DM धर्मेंद्र कुमार, उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी राकेश कुमार और जीविका परियोजना प्रबंधक आर.के. निखिल सहित बड़ी संख्या में जीविका समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं। भविष्य में 2 लाख रुपये की सहायता जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि, इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपनी पसंद का रोजगार शुरू करने का अवसर प्रदान करना है। प्रारंभिक 10 हजार रुपये की सहायता से महिलाएं छोटे स्तर पर उद्यम शुरू कर सकेंगी, और भविष्य में उन्हें 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। सिलाई-कढ़ाई, किराना दुकान, बकरीपालन से जुड़ें जीविका परियोजना प्रबंधक आर.के. निखिल के अनुसार, जिले की महिलाओं ने इस राशि का उपयोग सिलाई-कढ़ाई, किराना दुकान, बकरीपालन और मुर्गीपालन जैसे विभिन्न छोटे उद्यमों को शुरू करने के लिए किया है। कई महिलाएं अब समूह बनाकर बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में भी अग्रसर हैं। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि, यह वित्तीय सहायता उनके लिए एक नई शुरुआत का आधार बनी है। ग्रामीण क्षेत्रों में किराना दुकान खोलने से लेकर पशुपालन तक, महिलाएं इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। सामाजिक और आर्थिक सशक्त होंगी महिलाएं यह योजना पश्चिम चंपारण की महिलाओं को न केवल अपने परिवार की आय में योगदान करने का अवसर दे रही है, बल्कि, उन्हें रोजगार सृजन में भी भागीदार बना रही है। यह पहल जिले की महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक दोनों स्तरों पर सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
पश्चिम चंपारण की 1.70 लाख महिलाओं को मिले 170 करोड़:मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से सशक्तिकरण की नई राह
