फिर से सक्रिय हुए मानसून ने यूपी के तमाम जिलों को तरबतर कर दिया है। आज वाराणसी, जौनपुर और कानपुर समेत 36 जिलों में बारिश का अलर्ट है। वाराणसी में मंगलवार शाम हुई तेज बारिश बुधवार तड़के 3 बजे तक जारी रही। 8 घंटे में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। लोटा टीला मठ की दीवार ढह गई। जालौन में 100 साल पुराना शिव मंदिर ढह गया। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के साथ ही गुजरात तट पर बने कम दबाव क्षेत्रों के समागम और अरब सागर की नमी से यह मौसमी बदलाव देखने को मिल रहा है। यूपी में बारिश का यह दौर अगले तीन-चार दिनों तक जारी रहने वाला है। मंगलवार को लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, नोएडा, गाजियाबाद, गोंडा, मथुरा, हाथरस, बरेली, श्रावस्ती, इटावा और फर्रुखाबाद समेत कई शहरों में तेज बारिश हुई। श्रावस्ती में इतनी बारिश हुई कि सड़कें तालाब बन गईं। मंडियों में भी पानी भर गया। मथुरा में ढाई घंटे हुई बारिश से सड़कों पर कारें डूब गईं। कृष्णा नगर क्षेत्र में भाजपा विधायक पूरन प्रकाश के घर में पानी भर गया। 3 तस्वीरें देखिए- अब जानिए सितंबर में कैसा रहा मौसम… 1 जून-30 सितंबर के दौरान प्रदेश में कुल समेकित वर्षा सामान्य रही। इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 672 मिमी के दीर्घकालिक औसत के सापेक्ष 12% अधिक 752.5 मिमी वर्षा हुई। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह 799.2 मिमी के दीर्घकालिक औसत से 17% कम 666 मिमी रही। कुल प्रादेशिक मानसूनी वर्षा 746.2 मिमी के सापेक्ष 6% कम 701.6 मिमी रही। यह सामान्य श्रेणी में आता है। अक्टूबर में कैसा रहेगा मौसम? अक्टूबर महीने के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह सामान्य से कम रहने की संभावना है। वहीं, प्रदेश के अधिकांश भाग में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। यूपी में मौसम से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
काशी में रातभर बारिश, फतेहपुर में 6 की मौत:36 जिलों में अलर्ट, जालौन में शिव मंदिर पर बिजली गिरी
