रांची नेता प्रतिपक्ष ने शनिवार को आरोप लगाया कि एसीबी से जुड़े संवेदनशील सबूतों को मिटाने की साजिश की जा रही है। इससे पहले कि ये लोग अपने मंसूबे में कामयाब हो जाएं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन षडयंत्रकारियों को बेनकाब कर तुरंत कार्रवाई करें। मरांडी ने कहा कि पता चल रहा है कि एंटी करप्शन ब्यूरो के महत्वपूर्ण कमरों में शनिवार को दो-दो ताले लगाने पड़े हैं। इससे पहले कल रात वहां से महत्वपूर्ण दस्तावेजों की कई फाइलें और कम्प्यूटरों के हार्ड डिस्क निकाल कर ले जाने की बात कही जा रही है। यह मामला एसीबी से जुड़े बेहद महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील मामलों से जुड़े सबूतों को नष्ट करने का गंभीर मामला जान पड़ता है। चूंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं इस विभाग के मंत्री हैं, ऐसे में उनकी जवाबदेही और बढ़ जाती है। इससे पहले कि शरारती षडयंत्रकारी अपनी साजिशपूर्ण कार्यों की आंच में उन्हें भी लपेट लें, इस मामले में एफआईआर कर तुरंत जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। रांची झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोप को आधारहीन और राजनीतिक साजिश करार दिया है। कहा कि अगर बाबूलाल के पास सबूत हैं, तो मनगढ़ंत आरोप लगाने की बजाय सरकार को उपलब्ध कराएं। सरकार जांच कर कार्रवाई करेगी। भाजपा गैरजिम्मेदाराना आरोपों से जनता को गुमराह करने की नाकाम कोशिश में दिन-रात जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर काम कर रही है। एसीबी के दफ्तर में सुरक्षा या रेकर्ड से जुड़ा जो भी मसला सामने आया है, सरकार आवश्यकतानुसार आगे बढ़ेगी। पांडेय ने याद दिलाया कि भ्रष्टाचार और फाइलों के गायब होने की घटनाएं भाजपा शासन के दौरान हुईं, जिन पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने सरकारी विभागों में ई-ऑफिस व डिजिटलीकरण के जरिए रेकर्ड सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
एसीबी से जुड़े सबूतों को मिटाने की साजिश : मरांडी:नेता प्रतिपक्ष ने एसीबी में षड्यंत्र का लगाया आरोप, झामुमो का पलटवार
