वर्ल्ड अपडेट्स:पूर्व अमेरिकी NSA बोली- ट्रम्प के गलत फैसलों से भारत दूर हुआ; इससे अमेरिका को नुकसान

वर्ल्ड अपडेट्स:पूर्व अमेरिकी NSA बोली- ट्रम्प के गलत फैसलों से भारत दूर हुआ; इससे अमेरिका को नुकसान
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पूर्व अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार सुसन राइस ने भारत को एक गौरवान्वित और मजबूत राष्ट्र बताया। थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, राइस ने कहा- भारत ट्रम्प के कुछ फैसलों के कारण अमेरिका से अलग हो सकता है। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए बहुत बड़ा नुकसान बताया है। राइस ने कहा- भारत-पाक के बीच हुए संघर्ष का ट्रम्प ने बार-बार क्रेडिट लिया, इससे अमेरिका और भारत के बीत तनाव बढ़ा। दरअसल पहलगाम हमले के बाद, ट्रम्प लगातार भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करवाने की बात कह रहे थे लेकिन भारत हमेशा ट्रम्प के इस बयान को अस्वीकार करता रहा है। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पूर्व नेपाली पीएम ओली बोले- गोली चलाने का आदेश नहीं दिया, साजिशन हिंसा हुई, जेन-जी के प्रदर्शन में हिंसा की जांच की मांग की नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 8 सितंबर को जेन-जी आंदोलन के दौरान हुई गोलीबारी को लेकर पहली बार बयान दिया है। ओली ने कहा है कि उनकी सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का कोई आदेश नहीं दिया था। ओली ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण आंदोलन में शामिल घुसपैठियों ने हिंसा फैलाई और उन्हीं की साजिश से युवाओं की जान गई। नेपाल के संविधान दिवस पर जारी संदेश में ओली ने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर जो गोलियां चलीं, वे ऑटोमैटिक गन से चलाई गईं, जो पुलिस के पास नहीं होतीं। इसलिए इस मामले की जांच होनी चाहिए। फेसबुक पोस्ट में ओली ने लिखा, मैं इन घटनाओं के पीछे की साजिशों पर ज्यादा नहीं बोलना चाहता, समय खुद सब बता देगा। ओली ने कहा कि नेपाल का संविधान उस समय लागू किया गया था, जब देश सीमा नाकेबंदी और संप्रभुता पर हमलों जैसी चुनौतियों से जूझ रहा था। उन्होंने कहा कि सभी पीढ़ियों के नेपाली नागरिकों को मिलकर देश की संप्रभुता और संविधान की रक्षा करनी चाहिए। जेन-जी प्रदर्शन के दौरान 72 लोग मारे गए थे, जबकि 2100 घायल हुए थे। हालांकि नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 51 लोगों की मौत की पुष्टि की है। आंदोलन 8 और 9 सितंबर को उग्र हो गया था। यह आंदोलन 4 सितंबर को सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में शुरू हुआ था। 13 सितंबर से प्रदर्शन का दौर थम गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 9 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने सिंह दरबार सचिवालय, सुप्रीम कोर्ट और कई अहम सरकारी इमारतों में आग लगा दी थी। नेपाल का नक्शा भी जला दिया गया था। जल्द अमेरिका जा सकते हैं वाणिज्य मंत्री गोयल, व्यापार समझौते पर तेजी से बढ़ रही बातचीत भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है। इसी सिलसिले में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल जल्द ही वॉशिंगटन जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, यह दौरा अगले कुछ दिनों में हो सकता है। यह दौरा अमेरिका के असिस्टेंट ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ब्रेंडन लिंच और भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के बीच हाल ही में हुई वार्ता के बाद प्रस्तावित है। 16 सितंबर को वाणिज्य मंत्रालय ने बताया था कि दोनों पक्षों के बीच जल्द समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति बनी। वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने भी शुक्रवार को कहा कि बातचीत सकारात्मक और भविष्य की दिशा में बढ़ने वाली रही। वहीं, अमेरिका द्वारा ईरान के चाबहार पोर्ट पर लगी पाबंदियों से छूट खत्म करने के फैसले पर भारत ने चिंता जताई है। जायसवाल ने कहा, ‘हम इस फैसले के भारत पर असर का अध्ययन कर रहे हैं।’


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