जमुई। झाझा थाना क्षेत्र की एक विधवा महिला ने सहायक थानाध्यक्ष जनार्दन ठाकुर पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया है। महिला ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी विश्वजीत दयाल को इस संबंध में एक आवेदन सौंपा है, जिसके बाद पुलिस विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 10,000 हजार रुपये की मांग की महिला ने अपने आवेदन में बताया कि, वर्ष 2024 में वह एक पारिवारिक विवाद की शिकायत लेकर झाझा थाना गई थी। आरोप है कि वहां सहायक थानाध्यक्ष जनार्दन ठाकुर ने मदद के बहाने उसे अपने कमरे में बुलाया। महिला का कहना है कि, कमरे में उससे 10,000 रुपये की मांग की गई और फिर बेहोशी की हालत में उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए गए। फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि, जब उसने इस घटना का विरोध किया, तो दारोगा ने उसे गोली मारने और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इसके साथ ही, उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया।महिला के अनुसार, इस घटना के बाद उसने 7 दिसंबर 2024 को आरोपी दारोगा को कानूनी नोटिस भेजा था। अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई इसके अलावा, 11 नवंबर 2024 को डाक के माध्यम से एसपी कार्यालय में भी शिकायत भेजी गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता ने बताया कि उसका मामला मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, जमुई की अदालत में परिवाद संख्या 36/2024 के तहत विचाराधीन है।एसपी विश्वजीत दयाल ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए मामले में जांच का आश्वासन दिया है। घटना की जानकारी के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप इस सनसनीखेज आरोप के बाद पुलिस महकमे में हलचल मची हुई है। जब आरोपी दारोगा से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो जानकारी मिली कि उनका तबादला दूसरे जिले में हो चुका है।पीड़िता ने दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ यौन शोषण, धमकी और अवैध वसूली जैसी गंभीर धाराओं में सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। लोग इस मामले में निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
विधवा ने झाझा सहायक थानाध्यक्ष पर दुष्कर्म का आरोप लगाया:एसपी को दिया आवेदन, विभाग जांच में जुटा
