पॉलिटिशियन, जज, एसीपी, डीसीपी समेत कई अफसरों के बाल लगाए हैं। डरने की कोई बात नहीं, महीने में 30 से 40 केस करते हैं। ये दावा है हड्डियों के डॉक्टर वीके सिंह का। यूपी में ये हाल तब है, जब कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद 2 लोगों की मौत हो चुकी है। क्या हेयर ट्रांसप्लांट सुरक्षित तरीके से और काबिल डॉक्टर ही कर रहे हैं? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर ने कानपुर में एक महीने तक 10 क्लिनिक और अस्पतालों की सर्चिंग की। इनमें सामने आया कि डेंटिस्ट, हड्डियों के डॉक्टर और ब्यूटीपार्लर चलाने वाले कस्टमर फंसा रहे हैं। पढ़िए, पूरा इन्वेस्टिगेशन… पहले जानिए कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मौत के मामले तारीख – 13 मार्च, 2025 : पनकी पावर प्लांट में बिजली विभाग के एई विनीत दुबे का केशवपुरम में रहने वाली डेंटिस्ट डॉ. अनुष्का तिवारी ने हेयर ट्रांसप्लांट किया। इसके एक दिन बाद विनीत के सिर में सूजन आई। चेहरा गुब्बारे की तरह फूल गया और आंखें बाहर आने लगीं। कुछ दिन बाद विनीत की मौत हो गई। विनीत की पत्नी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और डॉ.अनुष्का तिवारी के खिलाफ कोतवाली रावतपुर में FIR दर्ज की। इससे पहले 18 नवंबर, 2024 को इंजीनियर मयंक कटियार का हेयर ट्रांसप्लांट हुआ था। 19 नवंबर, 2024 को उनकी मौत हो गई। सर्चिंग में हमारे सामने एक नाम आया- डेंटल एंड ENT क्लिनिक का। ये कानपुर में पनकी रोड पर है। ये क्लिनिक बेसमेंट की 4 दुकानों में चल रहा है। यहां बोर्ड पर डॉ. शिवेंद्र सिंह, BDS, MDS लिखा है। हम यहां पहुंचे और खुद एक कंपनी का सेल्समैन बताया। यहां हमारी मुलाकात दीपक से हुई। यहीं पर क्लिनिक के कर्मचारी हर्षित ने हेयर ट्रांसप्लांट के रेट बताए… पेशेंट के बगैर डॉक्टर से नहीं मिलवाया इसके बाद हमने डॉक्टर से मिलने की अनुमति मांगी। कर्मचारियों ने बगैर पेशेंट के डॉक्टर से मिलवाने से मना कर दिया। अब हम एक कम बाल वाले साथी रिपोर्टर को लेकर अगले दिन क्लिनिक गए। डॉक्टर ने अकेले ही पेशेंट से बात करने के लिए कहा। अब हमने अपने साथी रिपोर्टर के कपड़ों पर हिडन कैमरा छुपाया और डेंटिस्ट डॉ. शिवेंद्र सिंह के पास भेज दिया। डॉक्टर ने सिर पर कम बाल वाले साथी से हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में बात की… 35 हजार रुपए लगेंगे, सारा पैसा सर्जरी से पहले मांगा डॉक्टर के असिस्टेंट ने हमको हेयर ट्रांसप्लांट में खर्च होने वाले रुपए का पूरा प्रोसेस समझाया। बताया- 35 हजार रुपए लगेंगे। 80% रकम पहले जमा करना होगी। इसके बाद आपको सर्जरी की डेट मिलेंगी। 20% रकम सर्जरी शुरू होने से पहले जमा करनी होगी। ये ऑपरेशन 8 से 10 घंटे तक चलता है। अब हमको क्लियर हो चुका था कि दांतों के क्लिनिक की आड़ में डॉ. शिवेंद्र सिंह हेयर ट्रांसप्लांट करते हैं। बाद में संपर्क करने की बात कहकर हम वहां से निकल आए। अब हम हेल्थ लाइन क्लिनिक एंड हॉस्पिटल पहुंचे। ये कानपुर के मरियमपुर चौराहे के पास है। प्रवेश करते ही अस्पताल के मालिक डॉ. विजितेंद्र कुंवर सिंह की कुछ फोटो दिखाई दीं। इनमें वे फिल्म एक्टर सोनू सूद, यूपी के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के साथ दिखाई दे रहे हैं। अस्पताल की महिला काउंसलर ने हेयर ट्रांसप्लांट का प्रोसेस समझाते हुए पैकेज बताया… रिपोर्टर: ये हॉस्पिटल कब से चल रहा? महिला काउंसलर: 7 साल से चल रहा है। रिपोर्टर: हेयर ट्रांसप्लांट लगातार हो रहा है? महिला काउंसलर: हां, लेकिन पहले इसका ऑनर कोई और था, अब सर (डॉ. विजितेंद्र कुंवर सिंह) ही संभाल रहे हैं। सर 2 मेडिकल काउंसिल में ऑथोराइज्ड, रजिस्टर्ड हैं। सर का मुंबई और यूपी में है। अभी हमारे यहां अनलिमिटेड ड्राफ्ट (हेयर ट्रांसप्लांट के संबंध में) का ऑफर चल रहा है। रिपोर्टर: ये क्या है? महिला काउंसलर: इनकी जो कंडीशन है (हमारे साथी रिपोर्टर की ओर इशारा करते हुए), इनका 40 से 45 हजार का खर्च आएगा। हम अनलिमिटेड ड्राफ्ट लगवाएंगे। हमारा FUE (Follicular Unit Extraction) के एक ड्राफ्ट का 18 रुपए और DHI (Direct Hair Implantation) का 21 रुपए है। अगर 4 हजार बाल लगे तो 84,000 रुपए होंगे। अगर आप ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन करवाते हैं, तो PRP (Platelet-Rich Plasma) 3 की जगह 4 दे देंगे। हमने प्रोसेस समझने के बाद डॉक्टर से मिलने का समय मांगा, लेकिन डॉक्टर उस दिन नहीं आए। नेता, जज, अफसर सभी के लगा चुके बाल, महीने में देखते हैं 40 केस 2 दिन बाद हमारे पास फोन आया- आज शाम 4 से 6 बजे के बीच मिल लीजिए, डॉक्टर साहब आए हैं। इसके बाद हम दोबारा से हेल्थ लाइन क्लिनिक एंड हॉस्पिटल में डॉ. वीके सिंह से मिलने पहुंचे। हमने खुद को इंजीनियर की मौत से डरा हुआ बताते हुए हेयर ट्रांसप्लांट करवाने की बात शुरू की… रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए दिए तमाम ऑफर हम फैमिली में राय लेने की बात कहकर यहां से बाहर आने लगे तो डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक ऑफर देने लगे। कुछ तो ब्लड टेस्ट ही करवाने की बात कहने लगे। हमें बगैर फीस के डॉक्टर के साथ 8 मीटिंग का ऑफर भी दिया। अब हम समझ चुके थे कि यहां असुरक्षित हेयर ट्रांसप्लांट होता है और हम वहां नहीं रुके, निकल लिए। कल्याणपुर और मरियमपुर के बाद हम किदवई नगर के Y ब्लॉक में स्थित स्किननोवा क्लिनिक (Skinnova clinic) पहुंचे। यहां टैटू बनाने-हटाने और ब्यूटीपार्लर का काम किया जाता है। डॉक्टर से मिलने के लिए यहां 300 रुपए फीस देकर पर्चा बनवाया। हमारी मुलाकात डॉ. अर्चना यादव से हुई। अर्चना ने बताया- ये आत्माराम हॉस्पिटल की ब्रांच है। पहले ये क्लिनिक उसी अस्पताल के बेसमेंट में था। हेयर ट्रांसप्लांट करने के लिए हम आत्माराम हॉस्पिटल की ओटी का इस्तेमाल करते हैं। अर्चना ने हेयर ट्रांसप्लांट की प्रोसेस बताई… जब डॉ. अर्चना यादव से उनकी डिग्री के बारे में पूछा तो बोलीं- कॉस्मेटोलॉजिस्ट की डिग्री है। लखनऊ और मुंबई की टीम के जरिए आत्माराम हॉस्पिटल में हेयर ट्रांसप्लांट करते हैं। 8 साल में 2 हेयर ट्रांसप्लांट किए हैं। अब हम आत्माराम हॉस्पिटल पहुंचे, यह जानने कि कही बड़े अस्पताल के नाम पर हेयर ट्रांसप्लांट के मरीजों को ठगा तो नहीं जा रहा? तो हमारा शक सही निकला। यहां पदस्थ कर्मचारी सुनील श्रीवास्तव ने बताया- हमारे यहां ओटी में हेयर ट्रांसप्लांट नहीं होता। हम डॉ. अर्चना यादव को नहीं जानते। जानिए, कौन कर सकता है हेयर ट्रांसप्लांट? कानपुर के पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. उदयनाथ बताते हैं कि डर्मेटोलॉजिस्ट और प्लास्टिक सर्जरी की डिग्री रखने वाले डॉक्टर ही हेयर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। लेकिन, इस तरीके के शहर में कितने डॉक्टर और अस्पताल हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, मुझे जानकारी नहीं है। रजिस्टर्ड तरीके से कितने लोग इस समय हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, इसका अलग से कोई डेटा नहीं है। अब जानिए, हेयर ट्रांसप्लांट का सही तरीका लाला लाजपत राय हॉस्पिटल कानपुर के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. डीपी शिवहरे बताते हैं- डेडिकेटेड और एक्सपर्ट टीम के साथ हॉस्पिटल की ओटी में ही हेयर ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। हॉस्पिटल, एक्सपर्ट टीम, लंबी सर्जरी के कारण इसका बजट तो आता है, लेकिन ये मरीजों के लिए नुकसानदेय नहीं है। ——————— भास्कर इन्वेस्टिगेशन की ये खबरें भी पढ़ें- यूपी में कैमरे पर लाशों का सौदा, पोस्टमॉर्टम कर्मचारी-पुलिस की डील, बोले- एक लाश डेढ़ लाख में ‘महीने में 30 से 40 लाशें निकल जाती हैं। आप बहुत कम दे रहे हैं। अभी पुराना रिकॉर्ड देखा जाए… उस समय डेढ़ लाख का रेट चल रहा था। राममूर्ति वाले डेढ़ लाख रुपए देकर जाते थे।’ यह दावा है बरेली के पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारी सुनील का। यूपी के बरेली में लाशों का सौदा हो रहा है। पढ़ें पूरी खबर यूपी में घर पहुंचने से पहले 4Kg गैस चोरी, स्टिंग में डिलीवरीमैन ने कान पकड़कर माफी मांगी, VIDEO में देखें लूट लखनऊ का खुर्रमनगर। घनी आबादी के बीच एक घर का बरामदा। यहां रसोई गैस के 15-20 सिलेंडर रखे हैं। डिलीवरीमैन बहुत सफाई से सिलेंडर की सील हटाता है। फिर पाइप से LPG खाली सिलेंडर में ट्रांसफर करता है। वह हर सिलेंडर से 3 से 4 किलो गैस निकाल रहा है। फिर बड़ी सफाई से सिलेंडर को पहले की तरह सील कर देता है। पढ़ें पूरी खबर