दरभंगा के मिथिला वन प्रमंडल के तत्वाधान में शनिवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), रामनगर में 76वां वन महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर पौधरोपण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मंत्री संजय सरावगी (राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार सरकार) शामिल हुए। साथ ही जिलाधिकारी कौशल कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक शजगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, वन प्रमंडल पदाधिकारी भास्कर चंद्र भारती, सहायक समाहर्त्ता के. परिक्षित तथा आईटीआई रामनगर के प्राचार्य राजकुमार ठाकुर भी मौजूद रहे।अतिथियों का स्वागत मिथिला पाग, चादर एवं पुष्पगुच्छ देकर किया गया। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि कृषि वानिकी योजना एवं जीविका दीदियों के सहयोग से प्रत्येक पंचायत में जरूरत के अनुसार निशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। दरभंगा जिले में वर्ष 2025-26 के लिए 8 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। संजय सरावगी ने अभियान को सफल बनाने की अपील की मुख्य अतिथि मंत्री संजय सरावगी ने पौधारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए सभी लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पौधा लगाने से जल संरक्षण होगा और वातावरण शुद्ध बनेगा। पौधों से भावनात्मक जुड़ाव जरूरी है, लोग अपने परिजनों की याद में पौधे लगाएं, जिससे इन्हें सुरक्षित रखने की प्रेरणा मिलेगी। मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने का सबसे कारगर उपाय अधिक से अधिक वृक्षारोपण है। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से वर्ष 1947 से वन महोत्सव मनाया जा रहा है। वर्तमान में बिहार में 15% हरित क्षेत्र है जिसे 2027 तक बढ़ाकर 17% करने का लक्ष्य तय किया गया है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस वर्ष 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इनमें से 8 लाख पौधे केवल दरभंगा जिले में लगाए जाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि पेड़ लगाने के साथ-साथ उसकी रक्षा भी करें। मंत्री ने सुझाव दिया कि लोग अपने पुरखों, पिता या दादा के नाम पर पौधों का नामकरण करें ताकि उनके प्रति भावनात्मक लगाव बना रहे और वे सुरक्षित रह सकें। उन्होंने बताया कि सरकार ₹70 प्रति पौधा उपलब्ध करा रही है और लगातार हरित क्षेत्र बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। देश में 25% वन क्षेत्र का लक्ष्य है और बिहार भी इसे जरूर पूरा करेगा। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने पौधों के संरक्षण पर जोर दिया और कहा कि सामूहिक प्रयास से भूमिगत जल स्तर में सुधार होगा और वर्षा की संभावना भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि पेड़ों से भावनात्मक जुड़ाव रहेगा तभी उनकी सुरक्षा संभव है। उन्होंने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत रेन वाटर हार्वेस्टिंग और पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अत्यंत जरूरी है। वहीं एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने जलवायु परिवर्तन और प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या पर चिंता जताते हुए इको-फ्रेंडली वस्तुओं के उपयोग और अधिकाधिक पौधारोपण का आग्रह किया। कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने पौधारोपण किया। आईटीआई के छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। साथ ही विभिन्न विद्यालयों में आयोजित चित्रकला, क्विज और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर जीविका दीदियों और छात्र-छात्राओं के बीच निःशुल्क पौधे भी वितरित किए गए। अंत में मंत्री, जिलाधिकारी, एसएसपी और अन्य अतिथियों ने परिसर में पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
पूरे बिहार में 5 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य:रामनगर आईटीआई में 76वां वन महोत्सव, दरभंगा जिला में 8 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
