जिले के राधा कृष्ण मंदिर में गुरुवार को शाम से लेकर देर रात तक भगवान श्रीकृष्ण का छठी उत्सव धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। राधा कृष्ण मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया। संध्या समय विशेष पूजा का आयोजन किया गया। पुरोहितों ने विधि-विधान से भगवान की पूजा-अर्चना की और आरती की। महिलाओं ने गीत गाकर छठी उत्सव संपन्न करवाया। भक्तों ने भजन भी किए। शाम से लेकर देर रात तक भक्त मंदिरों में मौजूद रहे ठाकुरबाड़ी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, राधा गोविंद मंदिर, रेलवे कॉलोनी और बागतीपाड़ा समेत कई मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ रही। शाम से लेकर देर रात तक भक्त मंदिरों में मौजूद रहे। ठाकुरबाड़ी मंदिर के पुरोहित भारतेंदु ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। दूसरे दिन जन्मोत्सव और छठे दिन छठी उत्सव मनाया जाता है। इस दिन भगवान को फल, फूल, खीर, हलवा और नए वस्त्र अर्पित किए जाते हैं। राधा कृष्ण मंदिरों में भी भक्ति भाव से छठी उत्सव मनाया गया कई मंदिरों में पूरी, खीर और हलवा का वितरण किया गया। भगवान का भोग लेने के लिए देर रात तक लोगों की कतार लगी रही। महेशपुर, पाकुड़िया, हिरणपुर, अमड़ापाड़ा, लिट्टीपाड़ा और सदर प्रखंड के कई गांवों में स्थित राधा कृष्ण मंदिरों में भी भक्ति भाव से छठी उत्सव मनाया गया।
पाकुड़ में जन्माष्टमी के छठे दिन मंदिरों में उमड़ी भीड़:राधा कृष्ण मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, भक्तों ने चढ़ाए फल-फूल और नए वस्त्र
