कानपुर जेल की 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भागा कैदी:CCTV में गोदाम की छत पर चढ़ता दिखा; जेलर-डिप्टी जेलर समेत 4 सस्पेंड

कानपुर जेल की 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भागा कैदी:CCTV में गोदाम की छत पर चढ़ता दिखा; जेलर-डिप्टी जेलर समेत 4 सस्पेंड
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कानपुर जेल से शुक्रवार आधी रात एक बंदी भाग निकला। CCTV में वो राशन के गोदाम की छत पर चढ़कर 22 फीट ऊंची दीवार पर चलते हुए दिखा। आगे जाकर वह गंगा नदी में कूद जाता है। जेल प्रशासन ने लोकल पुलिस से बंदी की डिटेल शेयर की है। ऐसे में दीवार से कूदने के बाद का मूवमेंट ट्रेस किया जा रहा है। घटना का पता चलते ही शनिवार दोपहर DG जेल ने कानपुर जेल के जेलर, डिप्टी जेलर समेत 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। अब मामले की जांच DIG जेल को दी गई है। भागने की प्लानिंग को लेकर चौंकाने वाले फैक्ट सामने आए हैं। बंदियों ने बताया कि पिछले 15-20 दिन से असरूद्दीन गंगा नदी की तरफ वाली दीवार के पास टहलता देखा जा रहा था। जेल प्रशासन के मुताबिक, यही एकमात्र ऐसी दीवार थी, जिस पर CCTV नहीं लगे थे। यानी ब्लैक स्पॉट वाली इस दीवार से भागना आसान था। पत्नी से अवैध संबंधों के शक में दोस्त को मार डाला था
कानपुर की जिला जेल में अपने ही दोस्त की हत्या करने के मामले में आरोपी असरूद्दीन बंद था। वह मूलरूप से असम का रहने वाला है। जाजमऊ के तिवारीपुर में रहता था। उसने 8 जनवरी, 2024 को अपने दोस्त 24 साल के इस्माइल का मर्डर कर दिया था। उसको शक था कि दोस्त का उसकी पत्नी से अवैध संबंध है। 8 अगस्त 2025 की रात असरूद्दीन जेल की गिनती में गायब मिला। दोबारा मिलान के लिए गिनती की गई तो फिर से वह लापता था। जेल में चौतरफा जांच की गई लेकिन असरूद्दीन का कोई सुराग नहीं मिला। जेल अधीक्षक ने मामले की जानकारी डीजी जेल से लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को दी। मामले की जांच करने के लिए डीसीपी ईस्ट सत्यजीत गुप्ता और एडीसीपी अंजली विश्वकर्मा समेत अन्य अफसर पहुंचे। क्राइम ब्रांच की टीम को भी बंदी को पकड़ने के लिए लगाया गया। उधर, जानकारी मिलते ही डीजी जेल प्रेम चंद्र मीणा ने जेलर मनीष कुमार, डिप्टी जेलर रंजीत यादव, हेड जेल वॉर्डन दिलशाद खां और नवीन कुमार मिश्रा को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही डीआईजी जेल प्रदीप गुप्ता को पूरे मामले की जांच एक हफ्ते में करके रिपोर्ट देने को कहा गया है। डीआईजी की जांच रिपोर्ट के बाद जेल के भीतर की खामियां बाहर आ सकती हैं। जेल के ब्लैक स्पॉट का बंदी ने उठाया फायदा
जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि जेल प्रशासन और पुलिस ने गहनता से बंदी के भागने की जांच की। कानपुर जेल गंगा किनारे बसी हुई है। तीन तरफ से रास्ता और एक तरफ गंगा जी का छोर है। सिक्योरिटी के लिहाज से जेल के सामने तीनों तरफ ऊंची-ऊंची दीवारें होने के बाद भी सीसीटीवी से लैस है। जेल प्रशासन और पुलिस ने करीब 250 सीसीटीवी कैमरों की जांच की है। एक CCTV में असरूद्दीन दिखा है। वह राशन गोदाम की छत पर चढ़ा। फिर दीवार पर चलता हुआ मुख्य गेट के ऊपर से छिपते हुए गंगा नदी की तरफ वाली दीवार पर पहुंचा है। वहां से नीचे कूदा है। यहां कोई CCTV नहीं लगा हुआ था। इससे पहले दो बंदी भागे, पैर टूटने से पकड़े गए
वहीं, बंदी असरूद्दीन की बैरक में बंद साथियों ने बताया कि असरूद्दीन किसी से ज्यादा बात नहीं करता था। बीते 15 दिनों से उसका गंगा की तरफ वाली दीवार की तरफ मूवमेंट था। जेल प्रशासन की मानें तो अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई बंदी इस तरह से जेल के अंदर से लापता हाे गया है। इससे पहले भी दो बंदी सिविल लाइंस की तरफ वीआईपी रोड पर जेल की दीवार कूदकर भागे थे, लेकिन दोनों के पैर टूट गए थे और पकड़े गए थे। जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि लोकल पुलिस को डिटेल भेजी गई है। जल्द असरूद्दीन को पकड़ा जाएगा। इस मामले की जांच शुरू हो गई है। ——————— ये भी पढ़ें : प्रयागराज में तेंदुए का अटैक, 3 घायल: गन्ने के खेत से निकलकर झपट्‌टा मारा, लोग लाठी-डंडे लेकर तलाश रहे प्रयागराज में तेंदुए ने 3 किसानों पर हमला कर दिया। किसान खेतों में काम कर रहे थे। तेंदुआ अचानक गन्ने के खेत से निकला और उनपर टूट पड़ा। घटना को देख आस-पास के खेतों में काम कर रहे लोग लाठी-डंडे लेकर दौड़े। तब तेंदुआ दूसरे गन्ने के खेत में जाकर छिप गया। घायल किसानों को CHC में भर्ती कराया गया है। पढ़िए पूरी खबर…


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