सांसद निशिकांत दुबे को पुलिस ने नहीं किया अरेस्ट:MP MLA कोर्ट से अनुमति के बाद कार्रवाई, जबरन मंदिर प्रवेश पर हुआ है FIR

सांसद निशिकांत दुबे को पुलिस ने नहीं किया अरेस्ट:MP MLA कोर्ट से अनुमति के बाद कार्रवाई, जबरन मंदिर प्रवेश पर हुआ है FIR
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श्रावणी मेले में बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जबरन निकास द्वार से घुसकर जलार्पण करने को लेकर गोड्‌डा सांसद निशिकांत दुबे और दिल्ली सांसद मनोज तिवारी समेत पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे बाबा मंदिर थाना गिरफ्तारी देने पहुंचे। यहां पुलिस और सांसद के बीच बातचीत हुई। पुलिस ने सांसद निशिकांत दुबे को गिरफ्तार नहीं किया। थाने से बाहर निकलने के बाद सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पुलिस ने मुझसे कहा कि मामले को एमपी-एमएलए कोर्ट को भेजा गया है। वहां स्वीकार नहीं हुआ है। वहां स्वीकार होने के बाद जिन धाराओं में केस हुआ है, उसके आधार सेक्शन 41 के तहत शिकायतकर्ता को तीन बार नोटिस भेजा जाएगा। इसके बाद अगर कोई संभावना बनेगी तब गिरफ्तारी की जाएगी। मैं भाजपा का कार्यकर्ता, भगोड़ा नहीं हूं आदित्य वाहिनी के प्रदेश महामंत्री सह पंडा धर्म-रक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर की शिकायत पर बाबा मंदिर थाने में दर्ज केस पर गिरफ्तारी को लेकर ​निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर लिखा-शनिवार सुबह मैं दिल्ली से देवघर आऊंगा। सीधे थाने जाऊंगा और गिरफ्तारी दूंगा। झारखंड सरकार ने मुझ पर अब तक 51 केस दर्ज किया है। अब पूजा को लेकर ​केस किया गया है। इधर, दिल्ली से गिरफ्तारी देने पहुंचे निशिकांत दुबे ने देवघर एयरपोर्ट पर कहा कि यदि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राहुल गांधी जी के मनसा उन्हें जेल भेजने की है तो वह जेल जाने को तैयार हैं। लेकिन सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं कोई भगोड़ा नहीं की भाग जाऊंगा। जो मुकदमा बाबा मंदिर थाने में की गई है वह एक गैरकानूनी व्यक्ति के द्वारा की गई है। जिन्होंने केस किया वो खुद पंडा नहीं है। मेरा सवाल है वह गर्भगृह में कैसे पहुंचे। केस तो उन पर होना चाहिए। क्या है पूरा मामला कार्तिकनाथ ठाकुर ने आवेदन में कहा है कि निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, कनिष्कांत दुबे, शेषाद्रि दुबे, मनोज तिवारी के सचिव और अभयानंद झा ने दो अगस्त को रात नौ बजे मंदिर में जलार्पण बंद होने व कांचा चढ़ाने के बाद जबरन निकास द्वार से मंझलाखंड में प्रवेश किया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की। पुरोहित और पुजारी के मना करने के बावजूद गर्भगृह के अंदर पहुंच गए। इससे धार्मिक परंपरा और आस्था को ठेस पहुंची है। सरकारी कार्य में भी बाधा डाली गई है। इस शिकायत पर कांड संख्या 4/2025 दर्ज कर लिया गया है।‌ बाबा बैद्यनाथ मंदिर के प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि मंदिर में जबरन प्रवेश को लेकर वीडियो भी पुलिस को उपलब्ध कराया गया है। पुलिस के कुछ अफसर साजिश रच रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सांसद निशिकांत दुबे पर एफआईआर दर्ज करने पर कहा-झारखंड पुलिस के कुछ अफसर नीचता की सारी हदें पार कर रहे हैं।साजिश रचने में लगे हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि वर्दी जनता की रक्षा के लिए होती है, न कि निजी दुश्मनी और स्वार्थ के लिए न्याय का गला घोंटने के लिए। जब कानून के रक्षक ही षड्यंत्र करने लगें, तो जनता का भरोसा टूट जाता है और एक दिन यही गुस्सा सच्चाई का तूफान बन जाता है।


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