अमेठी में शनिवार को एक तेंदुआ गांव में घुस गया। उसने 5 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। तेंदुआ करीब 3 घंटे में गांव में टहलता रहा। कभी छलांग मारकर किसी के घर में घुस जाता तो कभी गांव की सड़क पर गुर्राता रहा। मामला मुसाफिर खाना थाना क्षेत्र के भैदपुर गांव का है। आरोप है कि सूचना देने के बाद भी वन विभाग के कर्मचारी मौके पर काफी देर से आए। तब तक तेंदुआ गांव से बाहर खेतों की तरफ निकल चुका था। वन विभाग, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम इलाके में कॉम्बिंग कर रही है। घायलों को मुसाफिरखाना सीएचसी में पहुंचा। जहां एक व्यक्ति की स्थित गंभीर देखते हुए उसे सुल्तानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगाया गया है। मौके पर मुख्य वन संरक्षक (CFO) और प्रभागीय वन क्षेत्राधिकारी (DFO) पहुंचे हुए हैं। लखनऊ से अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (APCCF) रेनू सिंह भी रवाना हुई हैं। पूरा मामला पढ़िए… घटना दोपहर करीब 12 बजे की है। भैदपुर गांव के विजय (32) और बलदेव (35) लड़की काटने के लिए जंगल की ओर जा रहे थे। तभी झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए दोनों घर की तरफ भागे। तेंदुआ भी उनके पीछे-पीछे गांव में आ गया। गांव में तेंदुए के घुसते ही भगदड़ मच गई। विजय और बलदेव की जान बचाने के लिए ग्रामीणों ने एकजुट होकर तेंदुए को पकड़ना चाहा। इसी कोशिश में गांव के ही छोटेलाल (55) व दो अन्य युवक भी घायल हो गए। इसके बाद तेंदुआ गांव के एक घर में घुस गया। घर के लोग डरकर बाहर आ गए। दो पुलिस कर्मी पहुंचे, पर बेबस दिखे
लोगों ने तेंदुए को खदेड़ना चाहा तो वह एक अन्य घर में घुस गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी। एक दरोगा और एक सिपाही मौके पर पहुंचे, पर ग्रामीणों की तरह वे जान बचाकर भागते दिखे। 4 घंटे बाद पहुंचे वन कर्मी
दोपहर 3 बजे तक तेंदुआ गांव में घूमता रहा और घरों में घुसता रहा। लेकिन, वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। शाम 4 बजे वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम मौके पर आई। चीफ कंजर्वेटर (CFO) समर कुमार, DFO रणवीर मिश्र और SDM अभिनव कन्नौजिया समेत पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। पुलिस ने 3 गंभीर घायल ग्रामीणों विजय, बलदेव और छोटे लाल को तत्काल जीप से मुसाफिरखाना सीएचसी पहुंचाया। जहां से विजय को सुल्तानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। APCCF की निगरानी में होगी धरपकड़
अधिकारियों की मानें तो तेंदुए की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। तेंदुए को ट्रेंक्युलाइज करने के लिए लखनऊ से प्रदेश की अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (APCCF) रेनू सिंह भी अमेठी के लिए रवाना हो चुकी हैं। DFO ने बताया- तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में एक पिंजरा लगाया गया है। कई जगहों पर कैमरे लगाए गए हैं। एक विशेष टीम बनाई गई है। रात भर गांव में पेट्रोलिंग की जाएगी। गांव वालों को सतर्क किया गया है कि रात में घरों से अकेले बाहर न निकलें। स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह ने भी ग्रामीणों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। भाला लेकर निकले ग्रामीण बोले- तेंदुए को मारने की परमिशन मिले
तेंदुए के गांव से रवाना होते ही दो दर्जन की संख्या में ग्रामीण भाला व अन्य हथियार लेकर खोजबीन में जुट गए। ग्रामीणों ने बताया- 15 दिन पहले भी गांव में तेंदुआ देखा गया था। वन विभाग को सूचना दी थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब वन विभाग हमें इस तेंदुए को मारने की अनुमति दे। हम अपनी जान जोखिम में नहीं डाल सकते। ——————– ये खबर भी पढ़िए- काशी में मोदी बोले- सिंदूर के बदले का वचन पूरा: टैरिफ वॉर के बीच कहा- वही खरीदेंगे-बेचेंगे जिसे बनाने में भारतीय का पसीना बहा पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी में कहा- मैंने बेटियों के सिंदूर का बदला लेने के लिए जो वचन दिया था, वो पूरा हो गया। ये महादेव के आशीर्वाद से ही पूरा हुआ। मैं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को उनके चरणों में समर्पित करता हूं। अगर पाकिस्तान ने फिर कोई पाप किया तो हमारी मिसाइलें आतंकियों को तबाह कर देंगीं। पढ़ें पूरी खबर..